खटीमा (महानाद) : विश्व में जन सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोहियाहेड गेस्ट हाउस में जनपद में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी जन भावनाओं के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपनेदृअपने कार्यों तथा दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी व निष्ठा से करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जो कार्य जिस स्तर का है, उसी स्तर पर उसका समाधान हो जाना चाहिए और फाइलों को अनावश्यक लंबित न रखा जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए 1064 का अधिक से अधिक प्रचार किया जाए और कार्यालयों के बाहर भी नंबर चस्पा किया जाए।
सीएम ने जल जीवन मिशन के कार्यों हेतु खोदी गई सड़कों को भरने के लिए जल संस्थान तथा लोनिवि के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए सभी औपचारिकताएं 15 सितंबर तक पूर्ण करने तथा 16 सितंबर से खोदी गई सड़कों को भरने का काम शुरू करने के निर्देश दिए। सीएम ने निर्देशित करते हुए कहा कि बाजपुर में लेबड़ा नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु सभी कार्य योजनाओं में सीएम घोषणा के अंर्तगत बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
सीएम ने एनआरएलएम के अंतर्गत जनपद में किये जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी प्रसंशा करते हुए कहा कि राज्य को सभी क्षेत्रों में देश का नंबर 1 राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि जनपद ऊधम सिंह नगर देश का अग्रणीय जनपदों में शामिल हो और जनपद के स्थानीय उत्पादों को विशेष पहचान मिले, स्पेशल ब्रांड बनें और देश के नंबर 1 उत्पाद बनें, इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएं। इसके साथ ही सीएम ने विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में भ्रष्टाचार मुक्त एप तथा 1064 नंबर का कार्यालयों में चस्पा कराया गया है। आपदा के दृष्टिगत विभिन्न क्षेत्रों की कार्य योजनाएं तैयार हैं और जल जीवन मिशन के अंर्तगत चल रहे कार्यों के साथ ही अन्य विकास कार्यों की भी समय-समय पर प्रगति समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि जन समस्याओं के मौके पर ही निस्तारण हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा भी रात्रि चौपाल का आयोजन किया जा रहा है और स्वयं भी जन समस्याएं सुनी जा रहीं हैं।
बैठक में विधायक शिव अरोरा, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, सीडीओ विशाल मिश्रा, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को दाढांकी बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविर सेंट फ्रांसिस स्कूल पहुंचकर बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर, बाढ़ से संबंधित विभिन्न विषयों पर जानकारी ली और राहत शिविर में प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली।
मुख्यमंत्री धामी ने बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर बसाने के लिए जिलाधिकारी को आवासीय पट्टे आवंटित करने, पीएम आवास योजना एवं गरीब कल्याण हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को लागू करते हुए बाढ़ प्रभावितों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ से निजात हेतु एवं बाढ़ सुरक्षा हेतु तैयार की जा रही कार्य योजनाओं की गहनता से समीक्षा व निगरानी करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
सीएम ने कहा कि दैवीय आपदाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन प्रभावितों को समय से राहत पहुंचकर उसके प्रभावों को जरूर कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानवीय भूल एवं लापरवाही के कारण आपदाएं घटित न हों, इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाए।