पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवम निरंकारी राजपिता के पावन सानिध्य में आयोजित हुए विशाल निरंकारी संत समागम में जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, मुरादाबाद, रामपुर, गढ़ीनेगी तथा आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में भक्त सम्मिलित हुए और सभी ने सतगुरु के दर्शनों से स्वयं को निहाल करते हुए उनकी प्रेरणादाई सिखलाइयों को जीवन में धारण किया। इस संत समागम में सभी भक्तों ने गीतों,भजनों तथा कविताओं द्वारा सत्संग का भरपूर आनंद भी प्राप्त किया।
विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए सतगुरु माता ने फरमाया कि ‘मानुष जीवन बड़ा अनमोल है इसलिए अपने जीवनकाल में ही इस प्रभु परमात्मा की जानकारी प्राप्त करके मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं।’ समूचे ब्रह्मांड का कण-कण इस निराकार का ही अंश है। अतः हमने सारी मानवता से प्रेम करना है। किसी के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण नहीं अपनाना है तभी सही मायनो में हमारा जीवन सफल बन सकता है।’
सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मा परमात्मा का अंश है। प्रेम भक्ति से ही परमात्मा को पाया जा सकता है। कोई पराया नहीं है कोई ऊंचा और नीचा नहीं है। सभी एक परमपिता की संतान है। मानव शरीर होना सच्चा इंसान होने का प्रमाण नहीं है। सच्चा इंसान होने के लिए इंसानियत बहुत जरूरी है। पहले खुद को सुधारें फिर संसार अपने आप सुधर जाएगा। सभी श्रद्धालु इंसानियत का रास्ता चुने, निस्वार्थ सेवा भाव से कार्य करें। उन्होंने कहा कि कमल का फूल कीचड़ में खिलता है लेकिन कीचड़ का प्रभाव उस पर नहीं आता हमेशा खुशबू देता है। कमल के फूल से शिक्षा लेकर अपने अंदर छिपी बुराइयों को दूर करें। सद्गुरु के प्रति समर्पित भाव से जीवन जिए।
स्थानीय जोनल इंचार्ज राज कपूर ने सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवम निरंकारी राजपिता का सभी भक्तों एवम प्रभुजनों को अपना पावन आशीर्वाद देने हेतु हृदय से आभार व्यक्त किया। साथ ही समागम में सम्मिलित हुए अतिथि और साध संगत को धन्यवाद दिया।