जसपुर पोस्ट ऑफिस में सुविधाओं का अभाव, न बैठने को फर्नीचर न चलता है कम्प्यूटर

0
763

पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : पोस्ट ऑफिस की असुविधाओं के विरोध में लोगों ने पोस्ट ऑफिस में जाकर जमकर हंगामा काटा एवं कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाई।

मामला जसपुर नगर के एकमात्र पोस्ट ऑफिस का है जहां आए दिन कर्मचारियों का अभाव एवं कंप्यूटर खराब रहता है। जिस पोस्ट ऑफिस में आए ग्राहकों को कई-कई घंटे तक अपने काम के लिए इंतजार करना पड़ता है। पोस्ट ऑफिस के ग्राहकों की माने तो पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों का व्यवहार भी ग्राहकों के प्रति अच्छा नहीं है। पोस्ट ऑफिस कर्मचारी ग्राहकों से बदतमीजी से बात करते हैं।

मौके पर मिली जानकारी जुटाने पर एक ग्राहक ने बताया कि जसपुर के पोस्ट ऑफिस में 5 साल से ऊपर की सभी एफडी, एनएससी, किसान विकास पत्र (केवीपी) एवं एमआईएस आदि का पेमेंट पोस्ट ऑफिस द्वारा हल्द्वानी भेज कर क्लीयरिंग के माध्यम से होता है। जिसमें दो से तीन महीने तक लग जाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर जसपुर पोस्ट ऑफिस में कराए गए यह सभी उपरोक्त जमा पूंजियों के दस्तावेज हल्द्वानी क्यों भेजे जा रहे हैं।

जसपुर डाक घर (पोस्ट ऑफिस) के पोस्ट मास्टर भुवन चंद्र कांडपाल ने बताया कि कंप्यूटर खराब, कर्मचारियों की कमी एवं हल्द्वानी क्लियरिंग मामले को लेकर कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। जिसका नतीजा यह है कि जसपुर के पोस्ट ऑफिस में बैठे कर्मचारियों को ग्राहकों की खरी-खोटी सुननी पड़ती है।

यहां बता दें कि जसपुर का मुख्य पोस्ट ऑफिस (डाकघर) वर्तमान में जर्जर अवस्था में चल रहा है। पोस्ट ऑफिस में मुख्य पोस्ट मास्टर भुवन चंद्र कांडपाल के अलावा एक बाबू, 4 पोस्टमैन एवं एक मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) ही मौजूद है। पोस्ट ऑफिस में रखें तीन कंप्यूटर में से एक बैंकिंग के काम आता है तथा दूसरा स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, पार्सल आदि के काम आता है तथा तीसरा कंप्यूटर पोस्ट मास्टर की टेबल पर सरवर के माध्यम से जुड़ा है। इन तीनों कंप्यूटर में एक या दो कंप्यूटर आए दिन खराब हो जाते हैं।

प्रवर डाक अधीक्षक नैनीताल जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं है। वह तुरंत पूरे मामले की जानकारी लेकर कार्यवाही करेंगे।

आपको बता दें कि जसपुर पोस्ट ऑफिस की हालत इतनी जर्जर है कि ना तो फर्नीचर की व्यवस्था है, ना ग्राहकों के बैठने की व्यवस्था है, ना ही खुद कर्मचारियों के बैठने की उचित व्यवस्था है। ऊपर से कंप्यूटर खराब है। कभी सर्वर डाउन है। कभी कर्मचारियों की कमी है। बिजली चले जाने पर इनवर्टर की सुविधा भी मात्र आधे या एक घंटे के लिए ही पर्याप्त होती है, क्योंकि बैटरी खराब है। लंबी बिजली पूर्ति के लिए जनरेटर भी सफेद हाथी बना हुआ है। पोस्ट ऑफिस का भवन किराए का है जो की सस्ते किराए के चक्कर में हाईवे पर लिया गया है जहां प्रत्येक ग्राहक को जाने के लिए सड़क पार करना लाजमी है जिससे दुर्घटना होने का हर वक्त भ बना रहता है।

यहां यह भी बताना जरूरी है कि इसी जर्जर व्यवस्था के चलते जसपुर पोस्ट ऑफिस से रेलवे टिकट रिजर्वेशन का काम भी पूरी तरह समाप्त हो चुका है। जिसका मुख्य कारण पोस्ट ऑफिस में कर्मचारी एवं कंप्यूटर ऑनलाइन व्यवस्था का सही प्रकार से ना होना है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता तथा पूर्व में भाजपा पंचायत राष्ट्र प्रकोष्ठ के केंद्रीय सहसंयोजक रहे समाजसेवी भाजपा नेता विनय रोहेला ने अथक प्रयासों से जसपुर के पोस्ट ऑफिस में रेलवे टिकट रिजर्वेशन की व्यवस्था सुचारू कराई थी। जिसे विभिन्न प्रकार की कमियों के कारण वर्तमान में बंद कर दिया गया है। अगर पोस्ट ऑफिस के वरिष्ठ अधिकारी इस और ध्यान दें तो जसपुर नगर क्षेत्रवासियों को इसकी सुविधाओ का लाभ बराबर मिलता रहेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here