फ्लैट खोने के डर से जीजा ने लगाया साली के इंटीरियर डिजाइनर प्रेमी को ठिकाने

0
1011

गाजियाबाद (महानाद) : पुलिस ने इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार की हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त फावड़ा व कुल्हाड़ी बरामद कर ली।

आपको बता दें कि विगत 16 अगस्त को थाना नंदग्राम क्षेत्र में इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार लापता हो गया था जिसके बाद परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी।

डीसीपी सिटी राजेश कुमार

मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि अपने पति से तलाक ले चुकी अंजली के अपने जीता अक्षय से अवैध संबंध थे। अक्षय ने उसे ाजनगर एक्सटेंशन की औरा कायमेरा सोसायटी में एक फ्लैट लेकर दे रखा था और वहीं पर अंजली हेल्प डेस्क मैनेजर के पद पर कार्य कर रही थी। इसके बाद उसके इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार से संबंध बन गये। अंजलि ने तरुण की नजदीकियों की बात अपने बहनोई अक्षय और बॉडी बिल्डर पवन को बताई थी। पवन भी उसे पसंद करता था। वहीं अंजली का जीजा अक्षय नहीं चाहता था कि वह तरुण से बात करे। लेकिन अंजली मान नहीं रही थी। अक्षय को डर सताने लगा कि अंजली कहीं उसका दिया हुआफ्लैट तरुण के नाम न कर दे। जिस पर उसने तरुण की हत्या की साजिश रच डाली।

विगत 16 अगस्त को योजना बनाकर अक्षय ने तरुण को इंटीरियर डिजाइनिंग का काम करने के बहाने मोरटा स्थित किराए के मकान में बुलाया। जहां दीपांशु अपने चार अन्य साथियों – अंकुर, दीपांशु, जीते और अंकित के साथ वहाँ मौजूद था। उन्होंने तरुण को कमरे में बैठाया और रस्सी से उसका गला दबाया जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद दीपांशु ने तरुण के सिर पर डंडे से वार किया जिससे उसका सिर फट गया। वहीं अंकुर घर के बाहर निगरानी कर रहा था कि कोई अचानक से अंदर न आ जाए। इसके बाद सभी नेमिलकर तरुण पवार की हत्या कर दी और उसके शव को कार में डालकर बुलंदशहर के बीबीनगर ले गए। वहां पर फावड़े और दंराती की मदद से तरुण के शव को 5 टुकड़ों में काटा और नदी में फेंक दिया।

मामले में 9 लोगों की भूमिका सामने आई है। तीन लोगों पवन, वंश और अंजली को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर मृतक तरुण पवार के शरीर का एक हिस्सा, दाहिना पैर, बुलंदशहर के रामगढ़ झाल के पास गंग नहर से बरामद कर लिया गय है। वहीं हत्या में उपयोग किए गए आला ए कत्ल फावड़ा और दरांती, दो गद्दे, एक वैगन-आर कार और मृतक की किया सोनेट कार भी बरामद की गई। वहीं दीपांशु, अक्षय, अंकित, जीते, मनोज और अंकुर अभी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

डीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने बताया कि उनका इरादा तरुण की हत्या करने का नहीं थी। वे उसे इतना डरा देना चाहते थे कि वह अंजली को फोन न करे। वारदात के समय अंजली को सिर्फ इसलिए साथ रखा गया ताकि वह पुलिस से शिकायत न करे।

डीसीपी राजेश कुमार ने कहा कि तरुण पंवार के शव का जो हिस्सा मिला है, उसका परिजनों के डीएनए से मिलान कराया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here