काशीपुर बनी अयोध्या, 31 हजार दीपों से जगमगाया तीर्थ द्रोणा सागर

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आज एक बार फिर काशीपुरनगरी अयोध्या बन गई। तीर्थ द्रोणा सागर पर आयोजित चौथे दीपोत्सव को बड़े ही भव्य और शानदार ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर जलाए गए 31 हजार दीपों की विशाल श्रृंखला की रोशनी से पूरा द्रोणा सागर क्षेत्र जगमगा उठा, जिसे देखकर लग रहा था जैसे यह काशीपुर का द्रोणा सागर नहीं बल्कि भगवान श्री राम के लंका विजय के बाद उनके आगमन पर सजी अयोध्या नगरी हो। इस अवसर पर उपस्थित हजारों सनातनी स्त्री पुरुष और बच्चों ने दीपोत्सव में भाग लेकर शानदार आतिशबाजी का भी आनंद लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हनुमान धाम के संस्थापक आचार्य श्री विजय जी महाराज ने कलियुग के जीवंत देवता श्री राम भक्त वीर हनुमान जी से जुड़े प्रेरक प्रसंग सुना कर उपस्थित सनातनी जनसमूह को इतना भाव विभोर कर दिया कि एकत्र जनसमूह भगवान श्री राम और जय वीर हनुमान के गगन भेदी नारे लगाने पर मजबूर हो गया। आचार्य श्री ने इस कार्यक्रम के आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम ही हमारी महान सनातनी संस्कृति के ध्वजवाहक है जिसके लिए दीपोत्सव कार्यक्रम के आयोजक बहुत-बहुत बधाई के पात्र हैं।

आचार्य श्री विजय जी महाराज ने हनुमान चालीसा की विभिन्न चौपाइयों का भाव समझाते हुए बताया कि कलियुग में हनुमान जी ही ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा करने से भगवान श्री राम का भी आशीर्वाद मिलता है और हमारा जीवन संयमित और मर्यादित भी होता है। आचार्य ने कहा कि सुंदर कांड हमें जीवन के भटकावों से तो बचाता ही है साथ ही जीवन के संघर्षों को झेलते हुए उसे परमार्थ हेतु सार्थक और मजबूत भी बनाता है। हनुमान जी स्तुति मात्र से ही अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। वे एकमात्र जीवंत देव हैं। यही कारण है कि उनकी पूजा विश्व के 66 देशों में की जाती है और इसीलिए उन्हें ईसाई एवं मुस्लिम भी मानते हैं। स्वामी जी ने कहा कि दीपक जलाते हुए कभी भी मोमबत्ती का सहारा नहीं लेना चाहिए।

कार्यक्रम शुरू करने से पूर्व स्वामी जी ने कार्यक्रम स्थल पर लगी भगवान श्री राम-माता जानकी और लक्ष्मण जी के चित्रों पर पुष्प वर्षा कर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और दीप जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत की।

आपको बता दें कि दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हिंदू राष्ट्र शक्ति संगठन के राष्ट्रीय प्रभारी संजय भाटिया द्वारा कोरोना काल के उपरांत 2021 में तीर्थ स्थल द्रोणा सागर से की गई थी। इसकी महत्ता को सभी ने स्वीकारा और यही कारण रहा कि 2022 में भाजपा नेता दीपक बाली के प्रयासों के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दूसरे दीपोत्सव कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की थी। उस वर्ष 51 हजार दीपक जलाए गए थे।

गत वर्ष हुए दीपोत्सव कार्यक्रम में दीपक बाली के प्रयासों के चलते ही स्वामी कैलाशानंद जी महाराज ने दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए इसे आलीशान बताते हुए कार्यक्रम के आयोजकों की प्रशंसा की थी और कहा था कि यह इतना सुंदर आयोजन है कि इसे अनवरत रूप से प्रतिवर्ष जारी रखा जाए। इसी श्रृंखला को जारी रखते हुए चौथा दीपोत्सव कार्यक्रम आज आयोजित किया गया जिसको भव्य और सुंदर रूप देने के लिए भाजपा नेता और हिंदू राष्ट्र शक्ति संगठन के मुख्य संरक्षक दीपक बाली, राष्ट्रीय प्रभारी संजय भाटिया, कार्यक्रम के संयोजक गौरव गुप्ता, शशिकांत गुप्ता, सचिन गुप्ता, योगेश विश्नोई, राकेश गुप्ता, समाजसेवी गगन कांबोज और उनकी टीमें पिछले कई दिनों से व्यवस्थाओं में युद्ध स्तर पर लगी हुई थी और सभी के प्रयास इतने सफल हुए कि इस बार फिर दीपोत्सव कार्यक्रम भव्य और शानदार होने के कारण फिर से यादगार बन गया, जिसकी चारों ओर प्रशंसा हो रही है।

कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक दीपक बाली ने कहा कि इस कार्यक्रम की सार्थकता तभी है जब 31000 सनातनी लोग आकर यहां अपने हाथों से दीपक जलाएं।

इस बार के कार्यक्रम में आतिशबाजी के शानदार आयोजन को भी जोड़ा गया, जिसने दीपोत्सव में और चार चांद लगा दिए। दीपोत्सव में एक स्वयंसेवी संगठन के बच्चों ने एक सुंदर भजन प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में विधायक त्रिलोक सिंह चीमा भाजपा जिला अध्यक्ष गुंजन सुखीजा, भाजपा प्रदेश मंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक, केके अग्रवाल, संजय अग्रवाल, पंकज टंडन, तेजवीर सिंह चौहान, योगेश जिंदल, जितेंद्र जीते, बीना किशोर, मनोज कौशिक, मुकेश चावला, अमित सक्सेना, पवित्र शर्मा, गुरबख्श बग्गा, राहुल पैगिया, अमन बाली, राजू सेठी, अनुज चौहान, मां धारी देवी मंडली सहित नगर व क्षेत्र के हजारों स्त्री पुरुषों व बच्चों ने भाग लिया।

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