रुद्रपुर (महानाद) : ऊधम सिंह नगर पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। पुलिस ने एक युवक को 2 तमंचे, 2 तलवारें और एक फरसा के साथ गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि कल दिनांक 14-11-2024, बृहस्पतिवार को गुरूपर्व पर नगर कीर्तन ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मचारी चौकी बाजार के प्रांगण में मौजूद थे कि लगभग 11 बजे काशीपुर बाईपास रोड पर एक कार चालक व एक मोटर साईकिल सवार के बीच वाहन के टकराने को लेकर आपस में विवाद होने का शोर शराबा सुनकर बाजार चौकी इन्चार्ज एसआई जितेन्द्र सिंह व आदर्श कालोनी चौकी इन्चार्ज होशियार सिंह व नगर कीर्तन ड्यूटी हेतु थाना ट्रांजिट कैम्प से आये एसआई गणेश पाण्डेय व कां. भवानी राम तुरन्त मौके पर पहुचे तो सड़क पर एक कार चालक अपने हाथ में एक तमंचा लिये हुये दिखाई दिया व मोटर साईकिल सवार पुलिस को देखकर मौके से फरार हो गये।
वहीं, पुलिस कर्मियों के द्वारा एकदम तत्परता से निडरता दिखाते हुये मौके पर ही कार चालक को 315 बोर के लोडेड तमंचे सहित दबोच लिया। कार चालक ने अपना नाम गुरप्रीत सिंह ऊर्फ गोपी पुत्र सेवा सिंह निवासी डिबडिबा, बिलासपुर, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश बताया। कार की तलाशी लेने पर कार से एक और नाजायज लोडेड तमंचा 315 बोर, दो धारदार नाजायज तलवारें व एक धारदार नाजायज फरसा बरामद हुआ।
पूछताछ करने पर कार चालक गुरप्रीत सिंह ने बताया कि कल रात डिबडिबा बिलासपुर स्थित उसके घर पर कुछ लोगों ने फायरिंग की थी, आज वह रुद्रपुर में आया तो हैलमट पहने एक अज्ञात मोटर साईकिल पर सवार दो व्यक्तियों ने उसकी कार पर टक्कर मारी तो उसे लगा कि यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने उसके घर पर कल फायर किया था और आज उसे जान से मारने के लिये आये हैं तो वह अपनी जान को बचाने के लिये अपने पास रखे 315 बोर के तमंचे को निकालकर कार से उतरा तो मोटर साईकिल सवार तमंचा देखकर भाग गया।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि अभियुक्त एक शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ रुद्रपुर व बिलासपुर में हत्या की काशिश सहित विभिन्न धाराओं में 3 मुकदमें दर्ज हैं। यदि पुलिस द्वारा उक्त अभियुक्त को तत्परता दिखाते हुये निडरता से नहीं पकड़ा जाता तो कोई संगीन अपराध घटित हो सकता था। पुलिस टीम की इस बहादुरी भरे कार्य की स्थानीय नगर कीर्तन में सम्मलित लोगों, स्थानीय लोगों व सोशल मीडिया द्वारा भूरी-भूरी प्रशंसा की जा रही है।
पुलिस टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई नवीन बुधानी, एसआई जितेन्द्र सिंह , होशियार सिंह, गणेश पाण्डेय तथा कां. भवानी राम शामिल थे।