देहरादून,6 जून, 2025 की सांय 5:00 बजे दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्रलैंड्सडाउन चौक के सभागार में डॉ. पी. वी. बोस द्वारा विशेष कर्नाटक संगीत समारोह के साथ माधुर्य, परंपरा और भावपूर्ण कहानी की प्रस्तुत की गयी.इसमें वायलिन पर सिद्धेश गणेश और मृदंगम पर अभिषेक अवधानी का सानिध्य रहा.
संगीत कार्यक्रम संयोजक राइट इनिशिएटिव्स (WI) वर्ड्स. रिदम्स. इमेजेस (WRI) एक गैर-लाभकारी शाखा है, जो एक पुरस्कार विजेता भारतीय संचार एजेंसी है। WI कला-आधारित हस्तक्षेपों के माध्यम से सहानुभूति और सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए कहानी वाचन , शिक्षा और सामुदायिक जुड़ाव पर काम करता है।
डॉ. पी.वी. बोस ने कर्नाटक संगीत के विविध संगीत पर अपनी कई बेहतरीन प्रस्तुतियां दी. इन प्रस्तुतियों को सभागार में उपस्थित श्रोतागण मंत्रमुग्धता से अविरल सुनते रहे।
कर्नाटक के गायक, पार्श्व गायक, संगीतकार और विद्वान डॉ. पी. वी. बोस को शास्त्रीय संगीत में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है। महान गुरुओं से प्रशिक्षित और संगीत में पीएचडी रखने वाले डॉ. बोस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया है, फिल्मों और भक्ति एल्बमों के लिए संगीत तैयार किया है और वर्तमान में पुडुचेरी में संगीत के प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उनके पुरस्कारों में इंटरकॉन्टिनेंटल म्यूज़िक अवार्ड (2024) और ग्लोबल म्यूज़िक अवार्ड (2019) शामिल हैं। इनके साथ संगतकार सिद्धेश गणेश श्री आर. श्रीधर के अधीन शास्त्रीय रूप से प्रशिक्षित हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन किया है. ये युवा वायलिन वादकों की नई पीढ़ी के मार्गदर्शक हैं।
दूसरे संगतकार अभिषेक अवधानी एक मृदंगम कलाकार और CCRT नेशनल स्कॉलर है. इन्होंने डॉ. एम. बालमुरलीकृष्ण सहित कर्नाटक और हिंदुस्तानी के महान कलाकारों के साथ प्रदर्शन किया है. इनके संगीत में लय और ध्यान का शानदार मिश्रण होता है।
इस अवसर डॉ.वी के डोबाल, प्रेम पंचोली, सतीश सतीश धोलाखँडी,अरुण कुमार असफल,बी एस रावत,अपर्णा वर्धन ,सुंदर सिंह बिष्ट, देवेंद्र कुमार,आलोक कुमार सरीन, कांता घिल्डियाल,राकेश कुमार,इरा चौहान, देवेंद्र कुमार कांडपाल, डॉ. वी क़े डोभाल,प्रेम पंचोली, संदीप,सहित पाठकगण, लेखक, साहित्यकार व अन्य लोग उपस्थित थे।