काशीपुर (महानाद) : हिन्दी दिवस के उपलक्ष में बधाई। हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर हम सभी हिन्दी प्रेमी भारतवंशियों का आव्हान करते हैं कि यदि हम सच्चे अर्थों में हिन्दी प्रेमी हैं और हम वास्तव में अपनी मातृ भाषा हिन्दी को शिखर पर पहुंचाना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि हिन्दी का हर प्रकार से उत्थान हो, कल्याण हो और हमारी मातृभाषा हिन्दी जन-जन के बोलने, लिखने व समझने की भाषा बन सके तथा इसे हमारी केन्द्र सरकार राष्ट्र भाषा घोषित करे तो इसके लिये हमें स्वयं अपने आचार व्यवहार में कुछ आवश्यक प्रयोग करने होंगे।
इनमें सर्वप्रथम अपने नित्य के जीवन में प्रतिदिन बोलते या लिखते समय हमारा सदैव यह प्रयास रहना चाहियें कि जब हम अपनी बात किसी व्यक्ति या समूह के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हों अथवा लिखित रूप में पत्र व्यवहार या आवेदन/प्रत्यावेदन प्रस्तुत कर रहे हों तब पूर्णतः हिन्दी भाषा और हिन्दी अंकों का प्रयोग करें। आंग्ल, फारसी या उर्दू के शब्दों का बिलकुल प्रयोग न करें। साथ ही अपने परिवार में सम्पन्न होने वाले पारिवारिक उत्सवों यथा शुभ विवाह, जन्मोत्सव, गृहप्रवेश, व्यापारिक प्रतिष्ठान के शुभ मुहूर्त के अवसर पर प्रेषित निमंत्रण पत्रादि सदैव हिन्दी में ही मुद्रित/प्रकाशित करवायें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि जिस दिन यह शुभ कार्य सम्पन्न होना है उससे सम्बन्धित तिथि/दिन व समयादि का उल्लेख भी हिन्दी भाषा व हिन्दी के अंकों में ही किया जाये।
नित्यप्रति किसी बात को लिखते पढ़ते या बोलते समय आवश्यकतानुसार हिन्दी अंकों का प्रयोग ही करें आंग्ल भाषा में नहीं, उदाहरणार्थ Monday, Tuesday या at 11:00 AM 6:00 PM in the month of march – April 2021 आदि का प्रयोग न करके मंगलवार प्रातः ग्यारह बजे दि0 १४ सितम्बर २०२१ , के रूप में बोलें या लिखें। सत्य जानिये ऐसा करना एकदम सरल है, आवश्यकता है अपने विश्वास व प्रयास की। इस कार्य में हमारे समाचार जगत से जुडे़ सभी मित्रों का सहयोग लेना भी आवश्यक है। अनुभव बताता है कि कई बार किये गये छोटे छोटे प्रयोग भी बड़े लाभकारी सिद्ध होते हैं। वैश्विक स्तर के विकास के नाम पर अपनी मातृभाषा हिन्दी के प्रति नकारात्मक सोच व हीन भावना रखने वालों से हमें सावधान रहना होगा।
आइये हम हिन्दी दिवस, दि0 १४ सितम्बर २०२१ मंगलवार, भाद्रपद शुक्ल ८ सम्वत् २०७८ विक्रमी के शुभ अवसर पर अपने समस्त हिन्दी प्रेमी देशवासियों को हार्दिक बधाई प्रेषित करते हुए सभी से विनम्र आग्रह करते हैं कि इस शुभ अवसर पर हम सभी संकल्प लेवें कि हम अपनी मातृ भाषा हिन्दी के उत्थान व कल्याण के मार्ग में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं से अपने जीवनकाल में अंत तक संघर्ष करेंगे, कभी पराजय स्वीकार नहीं करेंगे। जय हिन्द, जय हिन्दी, जय हिन्दू राष्ट्र
– केके अग्रवाल, राष्ट्रीय महामंत्री, धर्मयात्रा महासंघ, काशीपुर