अगस्त माह का राशिफल : पं. गोविन्दराम की कलम से

0
511

विकास अग्रवाल

काशीपुर (उधम सिंह नगर) :

मेष (चू, चे, चौ, ला, ली, लू, ले, लो, अ): स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार होगा। परन्तु व्यवसाय में लाभ कम तथा खर्च अनियंत्रित होंगे। मानसिक उचाटता तथा निकट बंधुओं से मन मुटाव रहेगा।
उपाय – प्रति दिन गौ माता को मीठी रोटी और हरा चारा खिलाएं, शुभ रहेगा।

वृष (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, बो): ता. 10 तक शुक्र चतुर्थस्थ होने से विशेष परिश्रम एवं भागदौड़ के बाद निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। ता. 11 से शुक्र नीचस्थ संचार करने से मानसिक तनाव तथा पढ़ाई में विघ्न-बाधाओं का सामना रहेगा। कुछ आर्थिक परेशानियां भी रहेंगी। निकट बन्धुओं से तकरार होगी।
उपाय – सफेद वस्तुओं का दान करें, शुभ रहेगा।

मिथुन (क, की, कु, घ, ड, छ, के, को, ह): मासारम्भ में पारिवारिक एवं आर्थिक स्थिति अनिश्चित रहेगी। गुप्त परेशानी भय एवं शरीर कष्ट के योग हैं। ता. 9 से बुध तृतीयस्थ होने से मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी परन्तु शनि की ढैया के कारण कार्यक्षेत्र व व्यवसाय में संघर्ष अधिक होगा।

उपाय – लगातार 7 शनिवार सूखे नारियल को तेल का टीका कर, काली डोरी लपेटकर बहते जल में प्रवाहित करें, शुभ रहेगा।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): मासारंभ में सूर्य का संचार होने से मानसिक तनाव एवं क्रोध की भावना अधिक रहे। आलस्य में वृद्धि, भाई-बंधुओं से मनमुटाव, स्वास्थ्य में गड़बड़़ी रहेगी। मासांत में विदेश से कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा। धन लाभ कम परन्तु खर्च अधिक रहेंगे।                                                                                            उपाय – सूर्य सूक्त का पाठ करें, शुभ रहेगा।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): पूर्वार्द्ध में आशा के विपरीत खर्च अधिक होंगे। स्वास्थ्य में गड़बड़, तनाव एवं उलझनें बढ़ेंगी। ता. 17 से सूर्य सिंहस्थ ही संचार करने से विघ्नों के बावजूद बिगड़े कार्यों में सुधार होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि, क्रोध अधिक रहेगा।
उपाय – हर रविवार को लाल वस्त्र, लाल फल, गुड़, नारियल आदि दान करें, शुभ होगा।

कन्या (टो, प (प्र), पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): ता. 8 से 25 अगस्त तक बुध द्वादशस्थ होने से आशाओं के अनुरूप सफलता प्राप्त नहीं होगी। मन उदासीन रहेगा। ता. 21 व 22 को कुछ विवादास्पद मामले मानसिक तनाव का कारण बनेंगे। किसी निकट सम्बंधी से तकरार होगी। खर्च अधिक रहेगा।
उपाय – चार बुधवार को विष्णु सहस्र नाम का पाठ करें, शुभ रहेगा।

तुला (री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): शनि की ढैया तथा ता. 11 से शुक्र नीचस्थ (12वें) संचार करने से अकारण क्रोध, उत्तेजना, व्यर्थ की भागदौड़ लगी रहेगी। शत्रु भय, मानसिक तनाव, अवांछित स्थान परिवर्तन एवं परिवार में कलह कलेश और तनाव रहेगा।
उपाय – नित्य 21 दिनों तक शनि चालीसा का पाठ करें, शुभ रहेगा ।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, पा, पी, यू): गत किए गए प्रयासों से कुछ बिगड़े कार्य बनेंगे। धन लाभ, पदोन्नति व भाग्य से कुछ परिवर्तन के योग है। धार्मिक कार्याे में रुचि रहेगी। ता. 16 के बाद परिवार में शुभ एवं धार्मिक कार्य पर खर्च होगा।
उपाय – चार बुधवार को गणेश जी को मोदक चढ़ाएं, शुभ रहेगा।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, डा): व्यवसायिक क्षेत्र के कार्याे में सफलता प्राप्त होगी। नवीन योजनाएं बनेंगी, परिश्रम करने से कार्य सिद्ध हो जायेंगे। ता. 15 के बाद किसी असमंजस की स्थिति से छुटकारा मिलेगा। घर परिवार में सुखद वातावरण होगा।
उपाय – चार बृहस्पतिवार को छोटी कन्याओं और बालकों को केले तथा बेसन के लडडू बांटे, शुभ रहेगा।

मकर (भे, ज, जी, जू, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी): घर में मंगल कार्य पर धन खर्च होगा। समाज में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किसी नए कार्य की योजना बनेगी। निकटस्थ व्यक्ति द्वारा सम्मान प्राप्त होगा। रुका हुआ धन मिलने के आसार बढ़ेंगे। आर्थिक परेशानियों के कारण उलझनें बढ़ंेगी।
उपाय – नित्य शनि चालीसा का पाठ करंे, शुभ रहेगा।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): विघ्न बाधाओं और परिश्रम के उपरान्त ही धन लाभ होगा। अकस्मात खर्च भी बढ़ेगा। व्यर्थ चिंता और अपव्यय होगा। सरकारी क्षेत्र में कुछ परेशानी रहेगी। मासान्त में अपनी ही गलती से कोई बना हुआ कार्य बिगड़ने के योग हैं। शरीर कष्ट और उदर विकार का योग रहेगा।
उपाय – नित्य 21 दिनों तक गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करें, शुभ रहेगा।

मीन (दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची): विघ्न बाधाओं के बावजूद धन प्राप्ति के अवसर मिलेंगे। व्यवसाय में व्यर्थ की परेशानियां होगी। परिवार सम्बंधी विशेष चिंता रहेगी। किसी विशेष व्यक्ति के सम्पर्क साधनों से बिगड़े कार्य बनेंगे।
उपाय – नित्य श्री सूक्त का पाठ करें, शुभ रहेगा।

 

।। श्री ठाकुर देवाय नमः ।।

पं. गोविन्द राम
ज्योतिषाचार्य

श्री बांके बिहारी मन्दिर

यहाँ पर पूजा-पाठ, सुन्दर काण्ड, अखण्ड रामायण, रुद्राभिषेक, हस्त रेखा
राशि रत्न, विवाह मिलान, जागरण पार्टी आदि के लिए सम्पर्क करें।
असाध्य को साध्य, मुश्किल को आसान बना देता है ज्योतिष
श्री बांके बिहारी मन्दिर, मौहल्ला रहमखानी, पुरानी सब्जी मण्डी, काशीपुर (उ.सिं.नगर)
मो. 8171689447

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here