लखनऊ (महानाद) : हथियारों और सुरक्षा उपकरणों में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मेक इन इंडिया की अपील का असर दिखने लगा है। हरदोई के संडीला में बनी पहली स्वदेशी वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर बृहस्पतिवार से बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध हो गई। नवरात्र के पहले दिन लखनऊ में दस लोगों को वेब्ले स्कॉट की डिलीवरी दी गई।
बता दें कि मेक इन इंडिया के तहत हरदोई के संडीला में इंग्लैंड की मशहूर कंपनी वेब्ले स्कॉट ने कानपुर- लखनऊ की आर्म्स कंपनी स्याल ग्रुप के साथ करार होने के बाद इसको तैयार किया है। लखनऊ के कैपिटल गन हाउस के स्वामी जोगेंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को सुधीर कुमार गुप्ता को रिवाल्वर की पहली डिलीवरी सौंपी। जोगेंदर सिंह ने बताया कि 25 लोगों ने रिवाल्वर की बुकिंग करवाई थी। नवरात्र के पहले दिन दस लोगों को डिलीवरी दी गई है।
बता दें कि 1887 से 1963 तक वेब्ले स्कॉट के इस्तेमाल की अनुमति केवल ब्रिटेन की शाही सेना और कॉमनवेल्थ सदस्यों को थी। 1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वेब्ले सुरक्षा बलों का प्रमुख हथियार था। मेक इन इंडिया रिवाल्वर अपनी मारक क्षमता और कम वजन के कारण बाजार में जगह बनाने को तैयार है। वेब्ले की मारक क्षमता 40 से 50 मीटर तक है और इसका वजन भी बेहद कम है। .32 बोर की रिवाल्वर की लंबाई करीब 120.5 मिमी है और वजन 670 ग्राम के करीब है। तमाम खूबियों की वजह से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहद कारगर साबित होगी। वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर करीब जीएसटी सहित पौने दो लाख में पड़ेगी।