ठाकुरद्वारा (महानाद) : ग्राम तरफ दलपतपुर गांव में युवक की मौत के बाद बवाल होने के मामले में एसएसपी ने ठाकुरद्वारा कोतवाली प्रभारी सहित 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं डीआईजी मुनिराज जी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
ग्राम तरफ दलपतपुर निवासी किसान धर्मपाल सिंह सैनी ने बताया कि उनका बेटा लोकेश उर्फ मोनू (27 वर्ष) बृहस्पतिवार देर रात्रि 2 बजे खेत पर काम करने के लिए ट्रैक्टर लेकर गया था। कुछ देर बाद धर्मपाल सिंह और उनके परिवार के लोग खेत पर पहुंचे तो मोनू वहां पर नहीं था। रात के लगभग 2.30 बजे एक पुलिसकर्मी ने प्रधान पति केशव सिंह को फोन कर पूछा कि लोकेश कहां पर खनन कर रहा है। इस पर प्रधान पति ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है। इसके बाद 4 पुलिसकर्मी गांव पहुंचे और लोकेश की तलाश शुरू कर दी।
धर्मपाल का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसके बेटे मोनू पर अवैध खनन करने का आरोप लगाते हुए 20 हजार रुपये की डिमांड की और पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी। जिस पर पुलिसकर्मियों ने उनके पुत्र लोकेश को पकड़ लिया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को ट्रैक्टर के पहिये के नीचे दबा दिया, जिससे एक्सीडेंट का रूप दिया जा सके। मृतक मोनू के पिता की शिकायत पर 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है।
वहीं, घटना से गुस्साए लोगों ने शुक्रवार सुबह छह बजे ठाकुरद्वारा-जसपुर रोड पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस पर हमला कर दिया। सिपाही अनीस, अर्जुन और होमगार्ड सुधांशु की पिटाई कर दी। सूचना मिलने पर डीएम अनुज सिंह, एसएसपी सतपाल अंतिल और एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह पहुंच गए और लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। इसके बाद पुलिस ने धर्मपाल की तहरीर पर सिपाही अनीस और कोतवाल के ड्राइवर नरेश कुमार और दो अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
पता चला है कि पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों को सूचना दिए बिना अवैध खनन की सूचना पर दबिश दी थी। जबकि अधिकारियों ने पहले ही निर्देश दे रखे हैं कि अवैध खनन की सूचना पर पुलिसकर्मी बिना उन्हें सूचित किए दबिश नहीं देंगे। लेकिन पुलिसकर्मियों ने अवैध वसूली के चक्कर में दबिश दी। मामले में 6 पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जबकि कोतवाली प्रभारी सुदेश पाल सिंह की लापरवाही सामने आई है। जिस पर एसएसपी सतपाल अंतिल ने कोतवाल सुदेश पाल सिंह, एसआई आकाश परमार, ऋषभ शर्मा, हेड कांस्टेबल नरेश लाटियान, अनीस, कां. अजीत सिंह तथा रविंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया।