देहरादून (महानाद) : एसटीएफ देहरादून ने बड़ी कामयाबी हासिल करतेहुए 2 लाख के इनामी डकैत को मेरठ (उ.प्र.) से गिरफ्तार कर लिया। उक्त डकैत की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा पिछले 2 महीनों से देशभर में कई जगहों पर छापेमारी की जा रही थी।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी एसटीएफ उत्तराखंड आयुष अग्रवाल ने बताया कि शातिर व इनामी अपराधियों की शत प्रतिशत गिरफ्तारी हेतु डीजीपी उत्तराखंड अभिनव कुमार द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में उत्तराखंड एसटीएफ को एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। इस क्रम में जनपद देहरादून के थाना डोईवाला में धारा 395, 412, 120बी, 34 आईपीसी केे मुकदमें में वांछित 2 लाख रुपये के इनामी डकैत परवेज उर्फ बाबा को दिनांक 06.01.2024 को जनपद मेरठ (उ.प्र.) से गिरफ्तार किया है। परवेज के विरुद्ध उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड एवं दिल्ली के विभिन्न थानों में 2 दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत हैं।
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा एक दुर्दान्त व कुख्यात अपराधी है। थाना डोईवाला क्षेत्र में घटित डकैती की घटना में शामिल यह अपराधी मुख्य भूमिका में था। इसकी गिरफ्तारी हेतु घटना के उपरान्त काफी प्रयास किये गये। परन्तु कामयाबी हासिल नहीं हो पायी थी। जिस कारण से इस अपराधी की गिरफ्तारी हेतु पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गयी थी। इस बदमाश को गिरफ्तार करने के लिये उत्तराखण्ड पुलिस के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा आदि राज्यों की पुलिस व एसटीएफ भी काफी समय से प्रयासरत थी।
आयुष अग्रवाल ने बताया कि दिनांक 15.10.2022 को शीशपाल अग्रवाल पुत्र स्व. श्री पूरनचन्द अग्रवाल निवासी घराट रोड गली, डोईवाला, देहरादून के घर में दोपहर के समय अज्ञात डकैतों द्वारा घर में घुसकर हथियारों के बल पर घर के सदस्यों को कमरे मे बन्धक बनाकर जान से मारने की धमकी देते हुए लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें डकैतों द्वारा घर पर रखी काफी मात्रा में नगदी एवं जेवरात लूट लिये गये थे।
उन्होंने बताया कि डकैती की उक्त सूचना के आधार पर थाना डोईवाला पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था। उपरोक्त डकैती में शामिल बदमाशों में से 8 अभियुक्तगणों 1. महबूब पुत्र इमरान, 2. मुनव्वर पुत्र नूर अली, 3. शमीम पुत्र इदरीश 4 तहसीम कुरैैशी पुत्र वाहिद कुरैशी, 5. मौ.० रियाज पुत्र आमिर अहमद, 6. नावेद पुत्र इकबाल, 7. मेहरबान उर्फ बावला पुत्र फैयाज तथा 8. वसीम उर्फ काला पुत्र शराफत, को पूर्व में पुलिस द्वारा मय माल (नगदी जेवरात) के गिरफ्तार किया जा चुका था। डकैती में शामिल 9वां कुख्यात अभियुक्त नफीस उर्फ सपाटा पुत्र अब्दुल अजीज द्वारा गिरफ्तारी के डर से कोर्ट में आत्मसर्मपण कर दिया गया था। नफीस उर्फ सपाटा पुराना कुख्यात अपराधी है, जिसके विरुद्ध भी दिल्ली, उ.प्र. व हरियाणा राज्य में लूट, डकैती, चौरी के दर्जनों मुकदमें पंजीकृत हैं।
उसउसपी ने बताया कि इस घटना का मुख्य आरोपी परवेज उर्फ बाबा को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था और वह लगातार फरार चल रहा था, जो कि एक शातिर किस्म का बदमाश है। इसको गिरफ्तार करना उत्तराखण्ड पुलिस के अलावा अन्य कई राज्यों की पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भरा काम था। परवेज उर्फ बाबा हमेशा डकैती आदि करने के बाद घटना वाले स्थान से अलग अन्य किसी राज्य में अपने पुराने अभियोग में जमानत तुड़वाकर न्यायालय में आत्मसर्मपण कर देता था, जिस कारण उससे अभियोग की माल बरामदगी भी नहीं हो पाती थी और वह मोबाईल फोन भी इस्तेमाल नहीं करता था। जिस कारण इसको गिरफ्तार करना आसान नहीं था। पुलिस द्वारा इसको पूर्व में एक या दो बार ही गिरफ्तार करने में सफलता पाई है जबकि इसके द्वारा करीब 2 दर्जन से अधिक डकैती, लूट, चौरी, हत्या के प्रयास आदि की घटनायें की गयीं है।
अग्रवाल ने बताया कि इस अपराधी की गिरफ्तारी हेतु पिछले वर्ष से ही उत्तराखण्ड एसटीएफ लगातार कार्य कर रही थी व इसके सम्बन्ध में सूचनायें एकत्रित कर रही थी। जिसके लिए उनके द्वारा अपनी ठोस कार्य योजना बनाकर लगातार कार्य किया जा रहा था। इस अभियुक्त की छिपने के संभावित स्थानों की जानकारी करते हुए उत्तराखण्ड एसटीएफ की एक टीम इसको गिरफ्तार करने के लिए विगत 2 माह से दिल्ली, मुम्बई-महाराष्ट्र, चेन्नई, उ.प्र. एवं राजस्थान आदि स्थानों पर डेरा डाले हुयी थी। टीम को जानकारी मिली थी कि परवेज उर्फ बाबा जयपुर में कहीं रह रहा है। इस सूचना पर टीम द्वारा जयपुर, मुम्बई, चेन्नई, दिल्ली आदि संभावित स्थानों पर दबिश दी गयी तो पता चला कि वह इन स्थानों से कुछ दिन पहले ही स्थान छोड़कर दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में परिवार के साथ चला गया है और अपना नाम एवं पहचान बदलकर रह रहा था।
इसके बाद पुलिस टीम द्वारा दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में जाकर खोजबीन की गयी तो परवेज उर्फ बाबा का परिवार वहाँ रह रहा था परन्तु परेवज उर्फ बाबा वहां नहीं था। इसके बाद टीम द्वारा वेश बदलकर उसके परिवार की विगत एक माह से अधिक दिन-रात निगरानी की गयी, परन्तु वह वहाँ नहीं आया। इसके बाद जानकारी हुई कि परवेज उर्फ बाता का पिता आलमगीर अत्यधिक बीमार है और जो मेरठ में घर पर है और वह अपने पिता से मिलने मेरठ जरूर आयेगा। इस पर पुलिस टीम द्वारा मेरठ में इसके घर के आस-पास एवं अन्य संभावित स्थानों पर डेरा डाल लिया और निगरानी की गयी। इसके बाद सूचना मिली कि परेवज उर्फ बाबा दिनांक 06.01.2024 को अपने पिता से मिलने के लिये मेरठ आ रहा है, तो एसटीएफ टीम द्वारा अपनी कार्य-कुशलता का प्रदर्शन करते हुए दिनांक 06.01.2024 को उसको घर से पहले ही अब्दुलापुर चौराहा जेल रोड मेरठ से परवेज उर्फ बाबा को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी।
पुलिस टीम में पर्यवेक्षण अधिकारीः एएसपी चन्द्रमोहन सिंह, सीओ विवेक कुमार, अंकुश मिश्रा तथा आरबी चमोला।
गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम में इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार राणा, एसआई उमेश कुमार, एएसआई हितेश कुमार, हे.कां. चमन कुमार, अनूप भाटी, कैलाश नयाल, अर्जुन रावत, विरेन्द्र नौटियाल, संदेश यादव, कां. अनिल कुमार तथा देवेन्द्र कुमार शामिल थे।