22 तारीख से होगा चैती मेले का शुभारंभ, प्रशासन ने की पंडा परिवार के साथ बैठक

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : काशीपुर में आयोजित होने वाले उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध चैती मेले की तैयारियों को लेकर आज काशीपुर में मां बाल सुंदरी देवी मंदिर परिसर में प्रशासनिक अधिकारियों ने उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में पंडा परिवार के सदस्यों के साथ एक सामूहिक बैठक आयोजित की।

आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के प्रथम नवरात्र से काशीपुर के मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में चैती मेले का आयोजन होता रहा है। इस वर्ष चैती मेले का शुभारंभ 22 मार्च से किया जायेगा। लगभग महीने भर तक चलने वाले इस चैती मेले की तैयारियों को लेकर आज काशीपुर के एसडीएम अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा चैती मेला प्रांगण तथा मां भगवती बाल सुंदरी मंदिर के साथ-साथ मेले के आयोजन को लेकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

इस दौरान सीओ काशीपुर वंदना वर्मा के अलावा दमकल विभाग, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित मेले से संबंधित विभिन्न सरकारी कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी तथा पंडा परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

इस दौरान एसडभ्एम अभय प्रताप सिंह ने बताया कि मेले से संबंधित टेंडर प्रक्रिया भी जल्द ही संपन्न करा दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेले का सफल आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान मेला घूमने आने वाले तथा प्रसाद चढ़ाने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा का सामना ना करना पड़े इसके लिए व्यवस्थाओं को लेकर आज बैठक का आयोजन किया गया है। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि चैती मेले में नक्शे के मुताबिक ही दुकानें लगे। मेले के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लेकर भी तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेडिकल टीम चैती मेले के दौरान तैनात रहेगी। वहीं महाराणा प्रताप चौक पर आरओबी निर्माण के चलते ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।

उधर, मां भगवती बाल सुंदरी देवी मंदिर के मुख्य पंडा पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल की सप्तमी और अष्टमी तिथि की मध्यरात्रि मां बाल सुंदरी देवी की स्वर्ण प्रतिमा नगर मंदिर से मां बाल सुंदरी देवी चैती मंदिर पहुंचती है तथा त्रयोदशी और चतुर्दशी की मध्यरात्रि वापस मां का डोला चैती मंदिर से नगर मंदिर वापसी करता है। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाते हैं तथा मन्नत मांगते हैं।