नई दिल्ली (महानाद) : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी पार्टी के नेताओं पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में ऐसे कई नेता हैं, जो राम मंदिर ही नहीं बल्कि राम से ही नफरत करते हैं। ये लोग हिंदुत्व से ही नहीं बल्कि हिंदू से ही उन्हें चिढ़ है। ये लोग हिंदू धर्मगुरुओं का अपमान करना चाहते हैं। इन लोगों को बिलकुल अच्छा नहीं लगता कि कोई हिंदू धर्मगुरु पार्टी में रहे। आचार्य ने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि राजनीति में भाषा तो सांकेतिक ही रहती है। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहूंगा, लेकिन मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में ऐसे कुछ नेता हैं।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन बनाने का मकसद मोदी और भाजपा को हटाना है। बड़े दुख की बात है कि ये लोग मोदी और भाजपा से नफरत करते-करते देश के ही खिलाफ हो गए। यह तो देश का सौभाग्य है कि हम लोग राम मंदिर का उद्घाटन देखने वाले हैं।
आचार्य ने कहा कि गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कोई पहचान ही नहीं है और प्रियंका गांधी से ज्यादा पूरे विपक्ष और इंडिया गठबंधन में दूसरा कोई नेता नहीं है। यदि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर देना चाहती है तो उसे प्रियंका को ही पीएम कैंडिडेट बनाना चाहिए।
आचार्य ने कहा कि पार्टी में रहने का यह मतलब नहीं है कि सच न कहा जाए। सच, सच ही होता है और झूठ, झूठ ही कहलाता है। क्या वंदे मातरम्, सनातन धर्म और देश के बारे में बात करने का मतलब क्या भाजपा जॉइन करना है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भगवान राम के बिना इस देश में लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं है।