नई दिल्ली (महानाद) : दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार पर जरूरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन मांगने के आरोप लगे हैं। इस बात का खुलासा आॅक्सीजन संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स की रिपोर्ट में किया गया है।
आज भाजपा के रा. प्रवक्ता संबित पात्रा ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा कारोना संक्रमण के दौरान 1140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की गई थी जबकि उस समय दिल्ली को केवल 289 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत थी। पात्रा ने कहा कि केजरीवाल की इस मांग की वजह से लगभग 12 राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत पैदा हुई थी।
विदित हो कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मई 2021 में दिल्ली में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ था जिसके बाद दिल्ली के कई अस्पतालों द्वारा हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में अपीलें दाखिल कर ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने की मांग की गई थी। तब सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की बेंच ने 12 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन कर उनसे ऑक्सीजन वितरण, जरूरत और सप्लाई पर ऑडिट रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए थे। इसके लिए टास्क फोर्स को 6 महीने का समय दिया गया था। टास्क फोर्स में दो सरकारी अधिकारी और देश के 10 जाने माने डॉक्टर्स शामिल थे।
पात्रा ने बताया कि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली की आवश्यकता से 4 गुना ऑक्सीजन की इसी मांग के कारण लगभग 12 राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत पैदा हुई थी। क्योंकि तब कोर्ट के आदेश के कारण दिल्ली को ऑक्सीजन की अतिरिक्त सप्लाई की जा रही थी।
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने संबित पात्रा के आरोपों को नकारते हुए कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है। भाजपा द्वारा जिस रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है उसका कोई अस्तित्व ही नहीं है।