हल्द्वानी (महानाद) : अतिक्रमण ढहाने गई पुलिस/प्रशासन की टीम पर हमले के बाद मचे बवाल के बीच डीएम ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है। दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिये गये हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ हालत की समीक्षा की और अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। वहीं उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध निर्माण को हटाये जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशान्ति फैलाने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के सख्त निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आज सायं मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव राधा रतूडी, डीजीपी अभिनव कुमार तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि प्रदेश में किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जायेगी। प्रशासनिक अधिकारी निरंतर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रयासरत रहें।
आपको बता दें कि आज हल्द्वानी के बनभूलपुरा में नजूल भूमि पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त करने गई पुलिस व प्रशासन की टीम पर अराजक तत्वों पथराव कर दिया। अराजक तत्व इतने हावी हो गये कि उन्होंने बनभूलपुरा थाने में पथराव कर दिया और कई सरकारी व निजी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। हमले में एसडीएम, नगर निगम के कर्मचारी, कइ्र पत्रकार और 20 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। जिस पर पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैंस के गोले छोड़े।
बता दें कि विगत दिनों वनभूलपुरा स्थित मलिक के बगीचे में प्रशासन और नगर निगम की टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की थी, जिसके बाद प्रशासनिक अमले ने अवैध रूप से बने मदरसे और मस्जिद को सील कर दिया था। वहीं, इस मामले में आज हाईकेार्ट में सुनवाई हुई लेकिन याची को हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली तो प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी।
आज शाम प्रशासन की टीम भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ मलिक का बगीचा पहुंची और मस्जिद और मदरसे पर बुलडोजर चला दिया। कार्यवाही शुरू होने से पहले ही पुलिस ने वनभूलपुरा जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया था। प्रशासन भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी के जवानों के साथ वहां पहुंचा और मदरसा और मस्जिद पर बुलडोजर चला दिया जिससे वहां पर तनाव की स्थिति पैदा हो गई। मौके पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई जिसके बाद वहां पर पथराव शुरू हो गया जिससे मामला बिगड़ गया।
देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई जमकर बवाल होने लगा। उग्र हुई भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया जिससे हालात बिगड़ गए। कवरेज करने गए पत्रकारों के साथ भी मारपीट कर दी गई। वहीं पथराव में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े जिसके बाद मामला फिर गरमा गया। माहौल गरमाने लगा तो बाजार क्षेत्र की सभी दुकानें बंद कर दी गई। जिसके बाद अब डीएम के आदेश पर कर्फ्यू लगा दिया गया है तथा दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये हैं।