सल्ट (महानाद) : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजकर ‘शिक्षक दिवस’ पर सल्ट क्षेत्र के उन सभी शिक्षकों को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित करने की अपील की है, जो शिक्षक अपने विद्यालयों में दूरस्थ क्षेत्रों जैसे रामनगर, काशीपुर, जसपुर, बाजपुर व अन्य क्षेत्रों से रोजाना आवाजाही करते हैं।
शिक्षकों के ऊपर हास्य व्यंग्य करते हुए ज्ञापन में कहा गया है कि ये सभी शिक्षक घनघोर वर्षा में धनगढ़ी नाले में जब जल स्तर बढ़ता है तो वहाँ बैठकर तपस्या करते हैं व कई बार तो जल स्तर कम नहीं होने की वजह से वहीं से विवेकाधीन अवकाश लगाकर अपने अपने घरों को लौट जाते हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले खण्ड शिक्षा अधिकारी सल्ट हरेन्द्र शाह द्वारा सभी शिक्षकों को कड़ी चेतावनी दी गई थी कि सभी शिक्षक समय पर स्कूलों में आयेंगे व नियमानुसार अपने विद्यालय से 8 किलोमीटर के दायरे में रहेंगे। बावजूद इसके शिक्षकों पर इस चेतावनी का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है, ज्यादातर शिक्षकों का रवैय्या आज भी यही है।
अब इसी संबंध में पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत, प्रदेश महासचिव पूर्व सैनिक कल्याण समिति घनानंद शर्मा, उत्तराखंड आंदोलनकारी मोहन सिंह, जीवन सिंह देवायल द्वारा एक ज्ञापन खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया है व कहा गया है कि यदि किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई तो क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर चक्का जाम किया जायेगा व उस दिन किसी भी अप्रिय घटना के लिए प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी।