विशेष : भाजपा में शामिल होने के बाद क्या कुंद हो गई ‘दीपक बाली’ की धार?

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आम आदमी पार्टी में शामिल होकर एक तेजतर्रार नेता के रूप में उभरे दीपक बाली विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा में शामिल हो गये हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद बाली भाजपा के हर कार्यक्रम में तो दिखाई देते हैं, लेकिन लगता है कि उनकी धार कुंद हो गई है।

आपको बता दें कि 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से लगभग 1 वर्ष पहले बिल्डर दीपक बाली ने राजनीति में अपना आगाज किया और आम आदमी पार्टी की टोपी पहनकर काशीपुर में नई राजनीति की शुरुआत की और पूरे उत्तराखंड में अपने नाम का डंका बजवा दिया। जहां उन्होंने नगर निगम के भ्रष्टाचारों की पोल खोली। वहीं 6 सालों से लगातार बन रहे रेल ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए हाईकोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया। ई-रिक्शा, टेम्पों चालकों की समस्याओं का निदान, कोरोना काल में सरकारी अस्पताल में कोविड वार्ड की स्थापना, घर-घर सेनेटाइज अभियान, कोविड मरीजों को खाना पहुंचाने का बेहतरीन कार्य किया।

बता दें कि इस दौरान दीपक बाली हर जरूरतमंद तक पहुंचे। जहां जरूरत हुई अपने पैसे खर्च कर सार्वजनिक कार्य करवाये। इंदिरा गांधी स्कूल का कायापलट कर डाला। काशीपुर को जिला बनाने का आश्वासन दिया। चुनावी वर्ष में उन्होंने ऐसे-ऐसे कार्य किये कि जनता के बीच वे एकदम से प्रसिद्ध हो गये। हालांकि जनता ने उन्हें चुनाव में हरा दिया क्योंकि उत्तराखंड की जनता ने आम आदमी पार्टी को नकार दिया।

इसके पश्चात दीपक बाली भाजपा में शामिल हो गये और हर प्रोग्राम के सुपर स्टार बन गये। हर कार्यक्रम में उनकी उपस्थित दिखने लगी। द्रोणासागर में दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया और उसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शिरकत की। जहां पर मुख्यमंत्री ने गूल को पाटने और द्रोण माइनर सड़क निर्माण की घोषणा की। लेकिन अभी तक इन दोनों पर ही कोई कार्य आरंभ नहीं हो पाया है।

पठान फिल्म को न लगने देने की बात कही लेकिन फिल्म का कोई विरोध नहीं किया। रेल ओवर ब्रिज बनते ही जा रहा है, पता नहीं कब तक बनेगा। अब निगम के भ्रष्टाचारों की बात नहीं होती।, अब तो सरकार का हिस्सा हैं लेकिन पूरे प्रदेश में एकमात्र काशीपुर नगर निगम द्वारा दाखिल खारिज में लिये जा रहे 2 प्रतिशत कर को समाप्त नहीं करवा पा रहे हैं। शहर के बीचोंबीच खुली गूल हादसों को निमंत्रण दे रही है। जिले का मुद्दा तो गायब ही हो गया है। बिजली की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। हर बरसात में बाजार में व्यपारियों को नुकसान हो रहा है। रेल ओवर ब्रिज चालू न होने से वहां के व्यापारियों सहित पूरे बाजार को व्यापार का नुकसान हो रहा है।

लगता है भाजपा में आकर दीपक बाली की धार कुंद हो गई है।