पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने तहसील और उपजिलाधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। राजस्व वसूली को छोड़कर डीएम अन्य कामों से संतुष्ट दिखाई दीं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जनता की समस्याये भी सुनी।
जिलाधिकारी ने एसडीएम कार्यालय एवं कोर्ट का निरीक्षण कर 143 के बारे में जानकारी लेकर सर्तकता से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने लंबित मामलों को रोज निपटाने के निर्देश दिए। तहसीलदार विपिन पंत और रजिस्टर कानूनगो लवकेश शर्मा से रूके दाखिल खारिज और विवादित केसों के बारे में जानकारी कर निपटाने को कहा। डीएम ने जनता की खतौनी तत्काल देने एवं स्वामित्व योजना के पैंडिंग 10 गांवों की रिपोर्ट एक सप्ताह में पूरी करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मुख्य देय में 23 तो विविध देय में 35 प्रतिशत वसूली होने पर नाराजगी जताई। उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह ने मार्च तक शत-प्रतिशत वसूली कराने का भरोसा दिलाया। ई डिस्ट्रिक्ट में कोई शिकायत लंबित न होने पर एसडीएम सुंदर सिंह और लिपिक विंतेश सक्सेना की प्रशंसा की साथ ही सीसीटीवी कैमरा लगवाने को कहा। डीएम ने पूर्ति निरीक्षक वीपी त्रिवेदी से पात्रों को समय से राशन दिलाने एवं कम्प्यूटर से उड़े डाटा को रिकवर करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सोनिका चैहान ने 205 कार्यकर्तियों को बीते वर्ष माह फरवरी से वेतन न मिलने की शिकायत की।
अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन कार्यालय में डीएम का स्वागत कर स्टांप डयूटी को लेकर शिकायत की। ग्राम प्रधान राजपुर रूबी जहां और उनके पति फखरूददीन और दूसरे पक्ष के रफीक अहमद और मुज्जमिल ने गांव में हो रहे कार्य के दौरान झगड़े की डीएम से शिकायत की। डीएम ने दोनों पक्षों के मामले को निपटाने के लिए एसडीएम को निर्देश दिए। धनराशि के अभाव के चलते रुके तहसील भवन निर्माण कार्य की जानकारी लेने के बाद डीएम ने रिपोर्ट शासन को भेजने की बात कही।
निरीक्षण के दौरान डीएम जनता का काम करने, शिकायत न मिलने की लगातार बात कहती रही।
वहां एसडीएम सुंदर सिंह, तहसीलदार विपिन पंत, बीसी आर्य, दिग्विजय सिंह, रवि चैधरी, अंकित वर्मा, अरविंद कुमार, फखरूददीन, मुनेश कुमार आदि मौजूद रहे।