देहरादूनः
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आईएमए पीओपी के दौरान बाहर से सेना की वर्दी पहने हिरासत में लिए गए संदिग्ध ने हैरतअंगेज खुलासा किया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसका नाम जयनाथ शर्मा है। जो जिला महाराजगंज, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आरोपी श्रीनगर यूनिट की गोरखा रेजीमेंट में तैनात था, जिसे 2016 में नौकरी पर वापस न आने पर आर्मी से भगोड़ा घोषित किया गया था।
बताया जा रहा है कि उसने अपने घर और अपने आसपास रहने वालों को बताया कि वो आईएमए में ऑफिसर्स की ट्रेनिंग कर रहा है और इसके द्वारा कई लोगों से अपने आप को सेना का अफसर बताकर सेना में भर्ती के नाम के रुपए भी ऐंठे हैं। आरोपी ने वर्तमान में उसने देहरादून में किराए का कमरा लिया हुआ था। उसके पास से पैरा लेफ्टिनेंट आफिसर की सेना की वर्दी (लुधियाना से सिलवाई हुई) पहचान पत्र, दो पहिया वाहन, फर्जी अधिकारी की मोहरे आदि बरामद की गई है।
वहीं, भगोड़ा कुछ वर्षों में आर्मी यूनिट में अपने फर्जी कार्ड के द्वारा घूम चुका है, जिसमें वाराणसी यूनिट की पुष्टि अभी तक हो पाई है। अभी तक की संयुक्त इंटेरोगेशन में कोई राष्ट्र विरोधी बात प्रकाश में नहीं आई है, जो जानकारी मिली उस पर टीम आगे कार्रवाई और सत्यापन करेगी। आरोपी के खिलाफ थाने में विधिक कार्रवाई के लिए मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।