नया पाकिस्तान बनाने की चाहत रखने वाले इमरान खान की हो गई विदाई

0
1440

इस्लामाबाद (महानाद): नया पाकिस्तान बनाने की चाहत रखने वाले पाकिकस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आखिरकार विदाई हो गई। और एक बार फिर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया।

जी हां, कई दिनों से चल रही राजनीतिक उठापटक के बाद इमरान खान को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी। हांलाकि इस बार प्रधानमंत्री को सेना ने नहीं हटाया बल्कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार एक प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया है। शनिवार आधी रात को पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के प्रति अविश्वास जाहिर करते हुए नेशनल असेंबली ने वोटिंग के जरिए उसे सत्ता से बेदखल कर दिया।

Advertisement

बता दें कि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार आधी रात को मतदान हुआ। इसमें इमरान खान को हार का सामना करना पड़ा। इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध किया। वोटिंग के समय प्रधानमंत्री इमरान खान संसद के निचले सदन में मौजूद नहीं थे।

अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपना सरकारी आवास छोड़ दिया। पीटीआई के सांसद फैसल जावेद ने ट्वीट किया, ‘‘अभी-अभी प्रधानमंत्री इमरान खान प्रधानमंत्री आवास से विदा हुए. वह शालीनता से विदा हुए और झुके नहीं।’’

विदित हो कि शनिवार को दिन भर पाकिस्तान में सियासी हलचल काफी तेज थी। पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच देर रात को शुरू हुए मतदान के नतीजे में संयुक्त विपक्ष को 342-सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 सदस्यों का समर्थन मिला। यह संख्या प्रधानमंत्री को हटाने के लिए जरूरी बहुमत (172) से 2 ज्यादा थी।

बता दें कि पाकिस्तान में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इमरान खान भी इससे अछूते नहीं रहे और उन्हें भी अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले पद छोड़ना पड़ा है।

बता दें कि पाकिस्तान को एकमात्र वर्ल्ड कप दिलाने वाले मशहूर क्रिकेटर इमरान खान ने खेल मैदान पर अपनी पारी समाप्त करने के बाद राजनीति की पारी शुरू की थी। सन 2018 में वे ‘नया पाकिस्तान’ बनाने के वादे के साथ सत्ता में आए थे। लेकिन वह महंगाई को नियंत्रण में रखने की बुनियादी समस्या को दूर करने में बुरी तरह विफल रहे। उनका कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होना था। अविश्वास प्रस्ताव के साथ इमरान खान की सत्ता की पारी समाप्त हो गई। इसके साथ ही पाकिस्तान के इतिहास में उनका नाम एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में दर्ज हो गया जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के मार्फत हटाया गया।

वहीं, इससे पूर्व मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय पीठ ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने का नेशनल असेंबली उपाध्यक्ष का फैसला बृहस्पतिवार को सर्वसम्मति से रद्द कर दिया था। अदालत ने इसके साथ ही नेशनल असेंबली को बहाल करने का आदेश देते हुए कहा था कि नेशनल असेंबली भंग करने और समय से पहले चुनाव कराने की सिफारिश का प्रधानमंत्री का कदम ‘‘असंवैधानिक’’ था।

अदालत ने निचले सदन के अध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव पर मतविभाजन के लिए 9 अप्रैल को सुबह 10 बजे (पाकिस्तान के स्थानीय समयानुसार) नेशनल असेंबली का सत्र बुलाने का आदेश दिया था। अदालत ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर नए प्रधानमंत्री का चुनाव कराने का आदेश दिया था।