गूगल पर ढूंढा एजुकेशन काउन्सलर का नम्बर, हो गये 5 लाख की ठगी का शिकार

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काॅलेज में एडमिशन दिलाने के पर 5 लाख की ठगी करने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे

अल्मोड़ा (महानाद) : काॅलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक ठग को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि विगत 13 जनवरी 2021 को गौरी शंकर शाह पुत्र स्वर्गीय बद्रीदास शाह निवासी जौहरी बाजार, अल्मोड़ा ने तहरीर देकर बताया कि अभिषेक मौर्य पुत्र अरविन्द कुमार मौर्य निवासी-ग्राम जौलहापुर, पो. कन्धरापुर, जिला- आजमगढ़, उत्तर प्रदेश ने उसके पुत्र को भारती विद्यापीठ लाॅ काॅलेज पुणे में एडमिशन दिलाने के नाम पर 5,05,150 रूपये की ठगी कर ली। जिसके बाद अभिषेक मौर्य के खिलाफ मु.अ.सं. 02/2021 दर्ज कर मामले की जांच एसआई रजत सिंह कसाना को सौंपी गई।

तहरीर में गौरी शंकर शाह ने बताया कि उसने अपने पुत्र का दाखिला भारती विद्यापीठ लाॅ काॅलेज पुणे में कराने हेतु गूगल से नम्बर ढूंढा। प्राप्त नम्बर पर बात करने के उपरान्त एक व्यक्ति से एडमिशन के नाम पर वार्ता हुई। उक्त व्यक्ति अभिषेक ने एजुकेशन काउंसलर बनकर भारती विद्यापीठ लॉ कॉलेज पुणे में गौरी शंकर के पुत्र का एडमिशन कराने हेतु फाॅर्म फीस देने हेतु कहा। जिस पर वादी द्वारा 24 अक्टूबर को सर्वप्रथम- 2150 रूपये उसके यूनियन बैंक खाते में डलवा दिये। इसके बाद अलग-अलग तिथियों में एडमिशन के नाम पर 1,28000 रूपये उसके बाद वह बच्चे के भविष्य की उज्जवल बनाने हेतु अपनी बातों में फंॅसाते हुए एवं सीट फुल हो जाने का झाॅंसा देकर 1,40000 रूपये, 80,000 रूपये तथा 1,55000 रूपये अलग-अलग तिथियों में अपने खाते में कुल- 5,05150 रूपये (पांच लाख पांच हजार एक सौ पचास रूपये) डलवा लिये गये। रुपये डलवाने के बाद भी जब उनके पुत्र का एडमिशन न किये जाने एवं पैसे वापस मांगने पर आनाकानी करने पर ठगी का अहसास होने पर उन्होंने कोतवाली में आकर मामला दर्ज करवाया।

अपराध का तरीका-
बता दें कि गूगल एवं फेसबुक पर एडमिशन ओपन के नाम से विज्ञापन प्रचारित करते हुए, अभियुक्त भारती विद्यापीठ पुणे जो कि इण्डिया का सर्वोत्तम लाॅ काॅलेज माना जाता है का विद्यार्थी रहा है, 2011 में बीटेक कम्प्लीट किया है। लगभग 10 वर्षो से इसी तरीके से काम करता है तथा पुणे में एक फ्लैट में रहता है। गूगल एवं फेसबुक पर भारती विद्या पीठ लॉ कॉलेज एवं अन्य कॉलेज में दाखिला हेतु कॉलेज प्रशासन या काउन्सलर बनकर एडमिशन ओपन संबंधित विज्ञापन, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर आदि का प्रचार प्रसार करता है। एडमिशन कराने हेतु लोग गूगल पर काॅलेजों का नाम सर्च करते हैं तो ठगों द्वारा दिये गये विज्ञापन एवं मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया जाता है, ठग द्वारा उन्हें लगातार ईमेल आईडी एवं एडमिशन फॉर्म आदि उपलब्ध कराया जाता है तथा झांसे में लेकर इनसे रकम मांगी जाती है। जिससे लोगों की मेहनत की कमाई ठगों की जेब में चली जाती है।

एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट ने सभी नागरिकों को सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि नामी काॅलेजो/संस्थानों में दाखिले के नाम पर ऑनलाइन ठगी का खेल चल रहा है, कहीं आप भी शिकार न बन जायें। फर्जी वेबसाइटों से सावधान रहें, आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी प्राप्त करें। आपकी एक गलती से आपकी मेहनत की कमाई ठगों की जेब में जा सकती है।

एसएसपी ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक हजार रूपये नगद पुरुस्कार से पुरुस्कृत किया है।

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