हल्द्वानी : पिता के गायब होने और भाई की मौत के लिए मानता था जिम्मेदार, इसलिए की थी अमित की हत्या

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हल्द्वानी (महानाद) : पुलिस ने कत्था फैक्ट्री के पास ठेले पर हुई अमित कश्यप की हत्या का खुलासा करते हुए उसके मौसेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया। अमित की हत्या बदले की भावना व शक के कारण की गई थी।

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नाराण मीणा ने बताया कि दिनांक 26.11.2023 को गणेश कत्था फैक्ट्री, रामपुर रोड, टीपीनगर के पास ठेला लगाकर व्यवसाय करने वाले पीलीभीत निवासी सुमेर कश्यप के 30 वर्षीय पुत्र अमित कश्यप की अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से मुंह व सिर पर कई वार करके हत्या कर दी गयी थी। मामले में मृतक की पत्नी की तहरीर के आधार पर दिनांक- 28.11/.023 को कोतवाली हल्द्वानी में अज्ञात के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।

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उक्त सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे हेतु उनके (प्रहलाद नारायण मीणा) द्वारा एसपी क्राईम जगदीश चन्द्र व एसपी सिटी हल्द्वानी हरवंश सिंह के पर्यवेक्षण में व सीओ हल्द्वानी भूपेन्द्र सिंह तथा सीओ लालकुआं संगीता के नेतृत्व में तत्काल पुलिस टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा पतारसी-सुरागरसी, घटनास्थल व शहर के सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन व मृतक के पारिवारिक पृष्ठभूमि की जांच कर दिनांक 03.12.2023 को घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त अरुण कश्यप (28 वर्ष) पुत्र गोपाल कश्यप निवासी पीलीभीत को ग्राम डी क्लास, तल्ली हल्द्वानी स्थित हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला ए कत्ल पाटल को बरामद कर लिया।

पूछताछ करने पर अभियुक्त अरुण कश्यप ने बताया कि पर मृतक अमित कश्यप उसके मौसा सुमेर कश्यप का बेटा था और अरुण की पत्नी मृतक अमित की सगी साली है। अरुण के पिता गायब हो गये थे और विगत 26 अक्टूबर 2023 को उसके भाई की बॉडी पीलीभीत में तालाब में मिली थी। इस सबके लिये वह अपने मौसा व उनके परिवार को जिम्मेदार मानता था तथा अपनी पत्नी का अपने जीजा के घर आने-जाने के कारण भी इनके ऊपर शक करता था। उसे यह भीडर था कि उसके मौसा उसकी भी हत्या कर सकते हैं।

इस सबके कारण उसने योजना बनाई एवं घटना के दिन मंगल पड़ाव बाजार से पाटल खरीदा और 26 नवम्बर को ठेले पर अंधेरे का फायदा उठाकर पीछे से आकर अपने मौसेरे भाई अमित की पाटल से वार करकर निर्मम हत्या कर दी और फरार हो गया।

एसएसपी मीणा ने उक्त सनसनी वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 2,500 रूपये नगद ईनाम देने की घोषणा की है।

पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हरेन्द्र चौधरी, एसएसआई महेन्द्र प्रसाद, एसआई सुशील जोशी, विजय मेहता, जगदीप नेगी, नरेन्द्र कुमार, त्रिभुवन सिंह, बबिता, कां. तारा सिंह, नवीन राणा, बंशीधर जोशी, घनश्याम रौतेला।

टेक्निकल टीम- हे.कां. इसरार नबी, कां. राजेश सिंह तथा अनिल टम्टा शामिल थे।

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