Uttarakhand News: आज चंपावत शोक में डूबा है। चंपावत के देवीधुरा पखोटी गांव निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच चुका है। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही चीख पुकार मच गई। स्वजन बेसुध हो गए। जवान के अंतिम दर्शन करने जन सैलाब उमड़ पड़ा। हर आंख नम नजर आई।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल का 16 अगस्त को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आइटीबीपी बस हादसे में घायल हो गए थे। उपचार के दौरान सोमवार को अंतिम सांस ली। उनके बलिदान की खबर मंगलवार को उनके घर में दी गई। जवान की शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। उन्होंने घायल होने के दौरान परिवार पर वीडियो कॉल पर बात कर कहा था कि वह ठीक है। लेकिन परिवार को नहीं पता थी बेटा तिरंगे में लिपटकर घर आएगा।
बताया जा रहा है कि सूबेदार मेजर चम्याल के दो बेटे और दो बेटी हैं। सभी पढ़ाई कर रहे हैं। जवान के इंतजार में सबह से ही तिरंगे से सजे वाहन समेत दर्जनों वाहन के साथ स्वजन और क्षेत्र के लोग कनवाड़ बैंड पर प्रतीक्षा कर रहे थे। पार्थिव शरीर सेना के वाहन से जैसे ही गांव पहुंचा सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल के गगनभेदी नारों से आसमान गुंजायमान हो उठा।