जसपुर : एसडीएम सीमा विश्वकर्मा का निजी अस्पतालों पर छापा, दो सीज

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पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम के नेतृत्व में नगर के निजी अस्पतालों में छापेमारी कर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अनियमितता पाए जाने पर नगर में संचालित दो निजी अस्पतालों को सीज कर दिया गया। अस्पतालों के खिलाफ हो रही कार्रवाई से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।

बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग, पुराना पिक्चर हॉल, नूरी मस्जिद के पास संचालित ग्रीन सिटी हॉस्पिटल पर एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने तहसीलदार पूनम पंत एवं जसपुर सीएचसी प्रभारी डॉ. हितेश शर्मा टीम के साथ अचानक छापा मारा। सीएचसी प्रभारी डॉ. हितेश शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान अस्पताल का पंजीकरण रजिस्टर नहीं मिला। अस्पताल में अन्य और कई अनियमितताएं भी पाई गई। जिसके चलते अस्पताल को सीज कर दिया गया है। इसके बाद टीम द्वारा अफजलगढ़ रोड स्थित सेवा हॉस्पिटल पर पहुंचकर जांच की गई। जांच के दौरान टीम को यहां ऑपरेशन हुये दो मरीज भर्ती मिले। भर्ती दोनों मरीजों को सीएचसी जसपुर व काशीपुर पर भेज दिया गया।

डॉ.हितेश शर्मा ने बताया कि मौके पर मौजूद सेवा हॉस्पिटल के संचालक द्वारा दस्तावेज नहीं दिखाए गए। संचालक द्वारा बताए जाने के उपरांत जिस चिकित्सक द्वारा ऑपरेशन किए गए थे। दूरभाष पर उसने बात करने पर मना कर दिए जाने के उपरांत अस्पताल को सीज कर दिया गया। वहीं टीम द्वारा नादेही रोड स्थित जनता हॉस्पिटल पर पहुंचकर अभिलेखों की जांच की। जांच के दौरान अस्पताल में ना तो कोई मरीज मिला अथवा ना ही कोई चिकित्सक मिले।

चिकित्सा अधिकारी डॉ. हितेश शर्मा ने बताया कि जनता हॉस्पिटल के संचालकों को रजिस्ट्रेशन सहित संबंधित अभिलेख लेकर जसपुर सीएचसी आने के लिए कहा गया है। अभिलेख नहीं दिखाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दोनों सीज अस्पतालों की जाँच के उपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं दोनों अस्पताल संचालकों से उनका पक्ष जाना चाहा तो उन के द्वारा अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया गया।

एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि राजस्व विभाग व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आज निजी अस्पतालों की जांच का अभियान चलाया गया था। अनियमितता पाए जाने पर दो अस्पतालो को सीज किया गया है। एक अस्पताल को चेतावनी दी गई है। आगे भी अभियान जारी रहेगा।

टीम में एसडीएम सीमा विश्वकर्मा, तहसीलदार पूनम पंत, सरकारी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हितेश शर्मा, डॉ. आशु सिंघल, प्रभारी राजस्व निरीक्षक धीरेन्द्र नेगी, राजस्व उपनिरीक्षक कुलदीप कुमार आदि शामिल रहे।