चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैडिंग की खुशी से हर कोई झूम उठा। हर किसी के लिए यह खुशी का पल था। लेकिन उत्तराखंड के लिए ये और भी खास था क्योंकि इसरो ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचाया, उसमें प्रदेश का होनहार बेटा जितेश धारियाल भी शामिल है। बता दें कि जितेश नैनीताल जिले के लालकुआं के रहने वाले है। उनकी कामयाबी से प्रदेश में खुशी की लहर है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है।
मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के लालकुआं निवासी जितेश धारियाल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में है। इसरो में वह इसरो में मैकेनिकल वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत हैं। वह पहले आईएएस की तैयारी कर रहे थे, इसके बाद उन्होंने इसरो में सेवाएं देने का निर्णय लिया। उनका का परिवार नैनीताल जिले के लालकुआं, हल्दूचौड़ के दुर्गापालपुर मोतीराम क्षेत्र में रहता है।
जितेश ने इंरमीडिएट में 93.8 प्रतिशत हासिल करने वाले एनआइसी कुरुक्षेत्र से मेकनिकल में बीटेक किया था। इसके बाद निजी कंपनी में अच्छे पैकेज पर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड में डिप्टी मैनेजर पद पर जाब भी मिल गई, लेकिन उन्हें अपने पर भरोसा था। वह सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए। जनवरी 2020 में इसरो में चयन के लिए परीक्षा दी थी।
जितेश के पिता सेंचुरी पेपर मिल से सेवानिवृत्ति हैं, जबकि माता गृहणी हैं। बताया जा रहा है कि चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के दिन उनका बेटा मिशन के प्रमुख हिस्से में शामिल था। चंद्रयान की सफल लैंडिंग पर परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। आसपास के लोग घर पहुंचकर उन्हें बधाई दे रहे हैं।