मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : जिम कार्बेट से लगे मोहान में जंगल सफारी वन विभाग के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है। मार्च 2025 तक महज चार माह में ही यहां दस हजार से अधिक पर्यटक जंगल सफारी का आनंद ले चुके हैं। इससे वन विभाग को 40 लाख रुपये का मुनाफा हुआ है। जबकि गर्मी के सफारी सीजन के आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं।
आपको बता दें कि डीएफओ दीपक सिंह ने वन विभाग के माध्यम से जिले में पर्यटन कारोबार को बढ़ाने के उद्देश्य से मोहान में जंगल सफारी शुरू करने की योजना बनाई थी। इसके लिए डीएफओ ने शासन को प्रस्ताव भेजा था। शासन की ओर से मंजूरी मिलने के बाद 17 नवंबर से यहां जंगल सफारी शुरू कर दी गई थी। हालांकि विधिवत शुभारंभ एक माह बाद हुआ था। जंगल सफारी के लिए 16 किमी का ट्रैक बनाया गया है। लोग जिप्सी के माध्यम से जंगल सफारी कर यहां के जंगली जानवरों के दीदार का लुफ्त उठा रहे हैं। मार्च 2025 तक की बात करें तो यहां दस हजार से अधिक सैलानी जंगल सफारी कर बाघ, तेंदुआ, हाथी, हिमालयी भालू समेत कई जानवरों का दीदार कर चुके हैं। इससे वन विभाग को करीब 40 लाख रुपये की आय हुई है। जबकि गर्मी के दिनों में जंगल सफारी का सीजन और अधिक बढ़ जाता है, जिसका डाटा अभी विभाग ने सार्वजनिक नहीं किया है।
पर्यटकों को रोमांचित कर रहा है ढाई घंटे का सफर –
बता दें कि उक्त जंगल सफारी के लिए 16 किमी का ट्रैक बनाया गया है। सैलानियों को जंगल सफारी के ऑनलाइन परमिट के लिए 1,770 रुपये खर्च करने होंगे जबकि लगभग 3000 रुपये जिप्सी का किराया देकर ढाई घंटे तक जंगल सफारी का आनंद लिया जा सकता है। लोग जंगली जानवरों के दीदार के साथ मोहान की खूबसूरती, लैंडस्केप का बेहतरीन व्यू देखने को मिल रहा है। इसके अलावा सैलानियों के लिए एंगलिंग, ट्रैकिंग, कैंपनिंग आदि रोमांचकारी गतिविधियां मुहैया कराई जा रही हैं।
लोगों को मिल रहा है रोजगार –
जंगल सफारी से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। वर्तमान में यहां 30 सफारी का संचालन हो रहा है। जिनका संचालन प्रतिदिन दो शिफ्टों में किया जा रहा है। 15 स्थानीय लोगों को गाइड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय उत्पादों के मजा ले रहे हैं। इससे होटल कारोबार में भी इजाफा हुआ है।
वन दरोगा, मोहान भुवन जोशी ने बताया कि वन विभाग द्वारा इस साल मोहान में इको टूरिज्म जोन के अंतर्गत शुरू की गई जंगल सफारी विभाग और स्थानीय युवाओं दोनों के लिये फायदेमंद साबित हो रही है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की पूरी कोशिश की गयी है। मोहान क्षेत्र के 15 लोगों को अस्थायी तौर पर गाइड का काम और स्थानीय लोगों को जिप्सी संचालित करने का अवसर मिला है। सफारी का लुफ्त उठाने वाले हजारों पर्यटकों को जंगली जानवरों के दीदार के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य भी खासा लुभा रहा है।