काशीपुर (महानाद) : आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक बाली ने भाजपा द्वारा सांसद तीरथ रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाये जाने पर घोर आश्चर्य जताते हुए कहा कि भाजपा के पास क्या शेष बचे अपने 56 विधायकों में से कोई भी इस लायक नहीं था जिसे उत्तराखंड की सत्ता सौंपी जाती? अब ऐसे मे उत्तराखंड की जनता को भाजपा से सवाल पूछना चाहिए कि जब भाजपा के विधायक इस योग्य है ही नहीं तो फिर ऐसे अयोग्य लोगों को भाजपा ने टिकट देकर क्यों चुनाव मैदान में उतारा और जनता को भी मूर्ख बनाया? क्या भाजपा का यही सुशासन है? यह प्रदेश के 56 विधायकों का ही नहीं बल्कि उन्हें चुनने वाली जनता का भी घोर अपमान है जिसने भाजपा के झूठे चुनावी वादों और इरादों पर भरोसा कर इन विधायकों को चुना था।
बाली ने कहा कि उत्तराखंड की जनता को समय रहते अब समझ जाना चाहिए कि भाजपा केवल जनता का ही नहीं, उसके चुने हुए जनप्रतिनिधियों का भी अपमान करने से नहीं चूकती। यदि ऐसा नहीं है तो फिर भाजपा बताएं कि उसने किसी विधायक को मुख्यमंत्री बनाने के बजाय गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत को क्यों मुख्यमंत्री बनाया? जनता ही क्यों भाजपा के विधायको को भी अपने नेतृत्व से पूछना चाहिए कि उन्हें लायक ना समझकर उनका और देवभूमि का दुनिया के सामने क्यों अपमान किया गया? जब केंद्र को ही उत्तराखंड चलाना है तो फिर क्यों नहीं नरेंद्र मोदी या अमित शाह ही उत्तराखंड का भी चार्ज ले लेते।
बाली ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही उत्तराखंड को मुख्यमंत्री पद का ट्रेनिंग सेंटर बना कर छोड़ दिया है। कितने बड़े शर्म की बात है कि 20 साल की अवधि में उत्तराखंड को दसवां मुख्यमंत्री देखना पड़ रहा है। इतना बुरा हाल तो किसी छोटे से थाने का भी नहीं होता। बाली ने कहा कि तीरथ सिंह रावत यदि सल्ट से चुनाव लड़े तो भी गढ़वाल की गरीब जनता को एक और लोकसभा उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा जो जनता के पैसे की बर्बादी होगी। नए मुख्यमंत्री को तो यह तक पता नहीं कि मोदी राज से पहले पेट्रोलियम पदार्थों की क्या कीमत थी? वे क्या विकास करेंगे क्योंकि उन्होंने तो पहले ही कह दिया है कि वे त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। कितनी हास्यास्पद बात है कि त्रिवेन्द्र रावत ने कोई काम नहीं किया, इसलिए हटा दिए गए। ऐसे में जनता खुद विचार करें कि कैसा विकास होगा?
बाली ने कहा कि जो भाजपा के लिए बोझ था उसे उत्तराखंड की जनता पर बोझ बनाकर 4 साल तक भाजपा ने जो गुनाह किया उससे वह बच नहीं सकती और अब दस माह की जिस ‘तीरथ यात्रा’ से वह फिर सत्ता में आने के सपने देख रही है वे कदापि पूरे नहीं होंगे क्योंकि जनता सब समझ गयी है। वह यह भी समझ गई है कि इसी भाजपा और कांग्रेस ने जिस दिल्ली को बुरे हाल में पहुंचा दिया था उसे दिन रात मेहनत करके आम आदमी पार्टी ने ही चमकाया है और उत्तराखंड का जो हाल भाजपा और कांग्रेस ने कर दिया है अब उसे चमकाने के लिए भी आम आदमी पार्टी ही राजनीति करने नहीं बल्कि राजनीति बदलने का संकल्प और काम की राजनीति लेकर देवभूमि में आई है।