कासगंज (महानाद) : उत्तर प्रदेश पुलिस ने सिपाही के हत्यारे 50 हजार के इनामी बदमाश मोती को ुठभेड़ के बाद ढेर कर दिया।
बता दें कि कासगंज जिले में विगत 9 फरवरी की शाम बिकरू कांड दोहराया गया था। जेसे कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने दबिश देने आई पुलिस पर हमला किया था वैसे ही यहां शराब माफिया मोती और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हमला कर एक सिपाही की हत्या कर दी थी। लेकिन इस वारदात के 12वें दिन शराब माफिया मोती का भी गैंगस्टर विकास दुबे जैसा ही हश्र हुआ है। पुलिस ने रविवार सुबह मुठभेड़ के बाद मोती को मार गिराया। उसके पास से दरोगा से लूटी गई पिस्टल भी बरामद हो गई है।
विदित हो कि 9 फरवरी की शाम को कासगंज जिले के थाना सिढ़पुरा के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की सूचना पर दबिश देने पहुंचे दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह पर शराब माफिया ने हमला कर दिया था। जहां सिपाही देवेंद्र की हत्या कर दी गई थी तो दरोगा अशोक कुमार सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गये थे। वारदात के बाद शराब माफिया मोती व उसके साथी दरोगा की पिस्टल लूटकर फरार हो गए थे।
लेकिन पुलिस ने घटना के 12 घंटे के भीतर ही सिपाही की हत्या करने वाले एक आरोपी एलकार को मुठभेड़ में मार गिराया था। यह मुठभेड़ 10 फरवरी की सुबह थाना सिढ़पुरा क्षेत्र में काली नदी की कटरी किनारे हुई थी। आरोपी एलकार शराब माफिया मोती का भाई था। उस वक्त मुख्य आरोपी मोती फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने पहले 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया। बाद में इसे बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया था।
सिपाही की हत्या के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी की तलाश में आठ टीमें लगाई हुई थीं। बरेली और कासगंज एसटीएफ की टीम भी गोपनीय तरीके से मोती की तलाश में जुटी थीं। 11 दिनों में मोती एक बार पुलिस के सामने आया, लेकिन उसे पकड़ नहीं सकी। हालांकि उसके ममेरे भाई और मौसा को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस कासगंज से लेकर दूसरे जिलों तक उसकी गिरफ्तारी में जुटी। खादर की खाक छान मारी। आखिरकार 12वें दिन पुलिस को सफलता मिल गई।
शनिवार की रात्रि लगभग ढाई बजे पुलिस की सूचना मिली कि करतला रोड पर काली नदी के पास जंगलों में मोती और उसके साथी छिपे हुए हैं। पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए काॅम्बिंग की। इस दौरान बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस की गोली से मोती गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे कासगंज के जिला अस्पताल में भेजा गया। जहां परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके कब्जे से दरोगा की लूटी गई पिस्टल, एक तमंचा 315 बोर और कारतूस बरामद हुए हैं।
कासगंज के एसपी मनोज सोनकर ने बताया कि सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपी से पुलिस की करीब तीन बजे सिढ़पुरा क्षेत्र में करतला मार्ग पर काली नदी के किनारे मुठभेड़ हुई। इसमें पुलिस की गोली लगने से मोती गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
उधर, मोती के एनकाउंटर पर आगरा निवासी शहीद सिपाही देवेंद्र सिंह के परिजनों ने कहा है कि पुलिस ने उनके बेटे की शहादत का बदला ले लिया है।