सुहानी अग्रवाल
देहरादून (महानाद) : एसटीएफ ने उत्तराखंड के पौड़ी निवासी एक व्यक्ति से 42 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले मिजोरम निवासी एक राष्ट्रीय ठग को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त पर पूरे देशभर 74 मुकदमें एवं 1523 विभिन्न साइबर अपराधों में देश भर में आपराधिक तार जुड़े हैं। वह अब तक लगभग 6 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दे चुका है। भारत के कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में थी।
मिली जानकारी के अनुसारीसाइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक मामला ज्ञात हुआ, जिसमें जनपद पौड़ी गढवाल निवासी एक एक्स-सर्विसमैन ने कथित सारा हंटर नामक विदेशी महिला से फेसबुक पर दोस्ती की,जिसके द्वारा खुद को यूके से बताकर प्रलोभन देते हुये अपने ट्रेडिशन के अनुसार अपने जन्मदिन पर दोस्त को उपहार भेजने की बात कहकर उपहार स्वरुप एक पार्सल भेजना बताया। जिसके बाद शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर खुद को कस्टम ऑफिसर बताकर पार्सल रीसिव करने हेतु पैसे भेजने की बात की गयी तथा अज्ञात साईबर ठगों द्वारा विभिन्न टैक्स, क्लियरेंस, सीओटी आदि के नाम पर शिकायतकर्ता से विभिन्न ट्रांजेक्शन द्वारा कुल लगभग 42,35,453/- रुपये की धोखाधड़ी की गयी। उक्त शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून में धारा 420,120 बी आईपीसी व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच थाने के निरीक्षक विजय भारती के सुपुर्द की गयी।
मामले के खुलासे हेतु की गई जांच के बाद तकनीकी विश्लेषण से प्रकाश में आये नॉर्थ ईस्ट मिजोरम निवासी अभियुक्त लालमुआकिमा पुत्र लालथानजुवाला निवासी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि अभियुक्ता फेसबुक पर विदेशी महिला की फर्जी आईडी बनाकर आम जनमानस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर उनसे दोस्ती कर व विश्वास में लेकर उन्हें विदेश से गिफ्ट/पार्सल भेजने का प्रलोभन दिया जाता है, जिसके पश्चात उनके लिये भेजे गये गिफ्ट/पार्सल को छुडाने के लिये एयरपोर्ट से फर्जी कस्टम ऑफिसर बनकर फोन कर विभिन्न टैक्स, क्लियरेंस आदि के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधडी को अंजाम दे दिया जाता है तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते हैं। अभियुक्तगण द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी बैंक खातों एवं सिम आईडी कार्ड का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।
अभियुक्त के ऊपर 74 मुकदमें एवं 1523 आपराधिक लिंकेज, जो देश के सभी राज्यों में एवं केंद्र शासित प्रदेशों में मिले हैं। अभियुक्त के ऊपर उत्तर प्रदेश में 11, तेलंगाना में 34, दिल्ली में 01, बिहार में 03, तमिलनाडु में 08, गुजरात में 03, हरियाणा में 02, कर्नाटक में 07, पश्चिम बंगाल में 01, छत्तीसगढ़ में 03, आंध्र प्रदेश में आदि मिलाकर के कुल 74 अभियोग मैं अभियुक्त वांछित है। उत्तराखण्ड राज्य में ही 21 मामलों में अभियुक्त की संलिप्तता पाई गई है।
पुलिस टीम में निरीक्षक विजय भारती, एसआई कुलदीप टम्टा, एएसआई सुरेश कुमार तथा कां. शादाब अली शामिल थे।