RapidX Train: भारत के लिए आज का दिन बेहद खास है। पीएम मोदी ने आज देश की पहली रैपिड एक्स की शुरुआत की है। लंबे समय से यूपी के लोग जिस RapidX ट्रेन के उद्घाटन की राह देख रहे थे, वह दिन आज आ गया। लॉन्च से ठीक एक दिन पहले रेल सेवा का नाम रैपिडएक्स से बदलकर ‘नमो भारत’ (RapidX to NaMo Bharat) कर दिया गया। यानि नई रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ट्रेनों को ‘नमो भारत’ के नाम से जाना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार(20 अक्टूबर) को रीजनल रैपिड ट्रांसिट कॉरिडोर के पहले चरण के पहले फेज जो दुहाई से साहिबाद के लिए है, का उद्घाटन किया। इस दौरान न सिर्फ उन्होंने उद्घाटन किया बल्कि इसमें सफर भी किया।
नमो भारत ट्रेन में ज्यादातर स्टाफ महिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो भारत ट्रेन यानी Rapidx को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया फिर छात्रों के साथ भी वह सैर करते नजर आए। इसके बाद वह सभास्थल पर खुली जीप में लोगों के बीच से होकर पहुंचे। PM Modi ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे यहां नवरात्र में शुभ कार्य करने की परंपरा है। नमो भारत ट्रेन में ज्यादातर स्टाफ महिला है। वहीं तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस इस रैपिड एक्स रेल को लेकर लोगों में उत्साह है।
दिल्ली से मेरठ तक का सफर 60 मिनट में
रैपिड एक्स की सबसे खास बात उसकी रफ्तार है। रैपिडेक्स से लोग कम समय में लंबी दूरी तय कर सकेंगे। दिल्ली से मेरठ तक का सफर 60 मिनट में पूरा हो जाएगा। इस ट्रेन की स्पीड 160 किमी प्रति घंटा तक होगी। रैपिडएक्स में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी AI की है। स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पहली बार एआई सिस्टम लगाया गया है। इन ट्रेनों में ओवरहेड सामान रैक, वाई-फाई, हर सीट में मोबाइल चार्जिंग की सुविधा है। ट्रेन की सीटों को आरामदायक बनाया गया है।
टिकट के लिए ऐसे कर सकेंगे बुकिंग
ट्रेन को अगली पीढ़ी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसलिए उसके नाम के साथ X जोड़ा गया है। टिकट के लिए डिजिटल क्यू आर कोड बेस टिकट मोड की शुरुआत की गई। बता दें कि रैपिडएक्स कनेक्ट एप के थ्रू ऐप के जरिए आप घर बैठे उसका टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के जरिए आप सफर कर सकेंगे। हालांकि इस ट्रेन में दिल्ली मेट्रो का कार्ड नहीं चलेगा।
डायनेमिक रूट मैप जैसी कई सुविधाएं
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है। रैपिडेक्स ट्रेन में एक साथ 1700 यात्री यात्रा कर सकते है। इसमे 6 डिब्बे रहेंगे। स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें हैं। रैपिडेक्स ट्रेन में लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप जैसी कई सुविधाएं है।
मेट्रो की तरह एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित
आपको एनसीएमसी कार्ड को कम से कम 100 रुपये तक के मिनिमम वैल्यू का रिचार्ज करना होगा। रैपिड रेल प्रोजेक्ट दिल्ली से मेरठ तक बन रहा है। इसकी कुल लंबाई 82 किलोमीटर है। जिसके पहले फेज में दुहाई और साहिबाबाद के बीच 17 किलोमीटर की शुरुआत हुई है। इसमें कुल पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं। रैपिडेक्स ट्रेन में भी मेट्रो की तरह एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है। यह प्रीमियम कोच के बाद ट्रेन में दूसरा कोच होगा।
कौन सा सफर सबसे तेज और सबसे सस्ता
अब आप सफर से पहले इस रैपिडएक्स का किराए के बारे में जानकारी हासिल कर लें। वहीं हम ये भी बताने की कोशिश करेंगे कि ऑटो और रैपिड मेट्रो में से कौन सा सफर सबसे तेज और सबसे सस्ता है? आपको बता दें कि रैपिड एक्स के किराया चार्ट के अनुसार, पूरे 17 किमी ट्रैवेल करने के लिए प्रति किलोमीटर लागत स्टैंडर्ड कोच में 2.94 रुपये प्रति किमी और प्रीमियम कोच पर 5.88 रुपये प्रति किमी है। वहीं अगर आपर ये दूरी ऑटो से तय करते हैं तो कम से कम 181 रुपये खर्च करना पड़ा। इसी तरह से अगर आप टैक्सी से ये दूरी तय करते हैं तो आपको 283 रुपये खर्च करना होगा।
सबसे कम किराया 20 रुपये
अगर ये सफर आप सरकारी बस से तय करते हैं तो 15 से 20 रुपये का टिकट लेना होगा। साहिबाबाद से दुहाई तक के सफर के लिए आपको बस 50 रुपये का किराया चुकाना होगा। वहीं प्रीमियम कोच के लिए यात्रियों को समान दूरी के लिए दोगुना किराया यानी 100 रुपये चुकाने होंगे। वहीं साहिबाबाद और गाजियाबाद से सफर के लिए आपको स्टैंटर्ड कोच में 30 रुपये और प्रीमियम श्रेणी के कोच में 60 रुपये चुकाने होंगे। साहिबाबाद से गुलधार के लिए 30 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। अगर सबसे कम किराए की बात करें तो एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक जाने के लिए आपको सबसे कम किराया 20 रुपये रखा गया है। इसी तरह से प्रिमियम क्लास में सफर करने के लिए एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक का सबसे कम किराया 40 रुपया है।