श्रीनगर (महानाद) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व की भांति इस बार भी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई। दिवाली के त्यौहार को मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार नौशेरा सेक्टर की एलओसी की अग्रिम चौकियों पर पहुंचकर देश के जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें संबोधित किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने राजौरी के नौशेरा पहुंचने के बाद वहां मौजूद जवानों से मुलाकात की है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी.
नौशेरा में जवानों के बीच पहुंचे च्ड मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज शाम को एक दीया जवानों के त्याग, पराक्रम और वीरता के नाम जलाया जाएगा. पीएम ने कहा दियों के जोश के साथ आप सभी को दीपों के त्योहार की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दुश्मनों ने ऊंचाई से नौशेरा पर कब्जे की कोशिश की लेकिन देश की सेना के पराक्रम से उनके मंसूबे नाकाम साबित हुए. पीएम ने यह भी कहा कि आजादी के बाद ही दुश्मनों की नजर नौशेरा पर थी लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हुई. यहां कई वीरों ने अपने पराक्रम से सेना की शौर्यगाथा लिखी. पीएम ने इस दौरान नौशेरा के शेर ब्रिगेडियर उस्मान का जिक्र करते हुए उन्हें नमन किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हर बार की तरह इस बार भी आतंकवाद को करारा जवाब दिया जाएगा। मोदी ने कहा कि ये उनका वो परिवार है जिसके साथ उन्होंने अपनी हर दिवाली मनाई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर और फिर अब प्रधानमंत्री के रूप में अपनी हर दिवाली इस परिवार के साथ ही मनाई है।
मोदी ने कहा कि पहले देश के जवानों के लिए जब हथियार खरीदने होते थे, तब हमेशा दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया जा रहा है। अब देश के अंदर ही अत्याधुनिक हथियार बन रहे हैं। मोदी ने सेना में बेटियों की भागीदारी बढ़ने पर खुशी जताते हुए इस संदर्भ से जुड़े उदाहरण भी पेश किए।
मोदी ने भगवान श्री राम का जिक्र करते हुए जननी जन्मभूमि की महत्ता को समझाते हुए श्री राम के जीवन से सीख लेने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि भारत की सेना में दूसरों के लिए करुणा का भाव है। देश पर आने वाली हर आपदा, विपदा और महामारी में भी सेना जनमानस की मदद करती है। भारत की सेना पर देश का विश्वास अटूट है। उन्होंने कहा कि मेरे देश के जवानों के लिए सेना में जाना कोई नौकरी नहीं, साधना है। वे यहां 1 तारीख को सेलरी लेने के लिए सेना में भर्ती नहीं होते हैं बल्कि उनके मन देश सेवा का भाव होता है।
बता दें कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 8वीं बार जवानों के साथ दीपावली मना रहे हैं। सबसे पहले वह 2014 में सियाचिन पहुंचे थे। यहां दीपावली मनाने के बाद वह श्रीनगर भी गए थे। 2017 में उन्होंने कश्मीर के बांदीपोरा में सेना और बीएसएफ के जवानों के साथ दीपावली मनाई थी। साल 2019 में वह राजोरी की इन्फैंट्री डिवीजन गए थे, जहां सेना के जवानों के साथ दिवाली की खुशियां बांटी थीं। इसी तरह मोदी ने 2020 में राजस्थान के जैसलमेर में स्थित लोंगावाला बॉर्डर पर जवानों के साथ दीपावली मनाई थी।