आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : सरकारी तालाबों और सरकारी भूमि पर काबिज लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए प्रशासन के पीले पंजे ने पक्का व कच्चा निर्माण ध्वस्त कर वर्षों से काबिज तालाब की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर दिया।
आपको बता दें कि महुआखेड़ा गंज में कुछ ग्रामीणों ने तालाब की भूमि को पाटकर पक्का निर्माण कर लिया और बाकी बची जमीन पर सब्जी और फसल उगाने का कार्य करने लगे। रविवार को तहसीलदार यूसुफ अली टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जेसीबी की मदद से अतिक्रमण हटाकर तालाब की खुदाई कराई। उन्होंने शेष अतिक्रमणकारियों को तत्काल तालाब व सरकारी भूमि खाली करने के निर्देश दिए हैं।जिससे वर्षों से सरकारी जमीन पर काबिज अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया। उक्त कार्रवाई से पहले प्रशासन नोटिस भेजकर तालाब की भूमि खाली करने के निर्देश दे चुका था।
जानकारी देते हुए तहसीलदार यूसुफ अली ने बताया कि महुआखेड़ा गंज में तालाब की भूमि पर ग्रामीण सब्जी और फसल उगाने का कार्य करते आ रहे हैं। जेसीबी से तालाब की खुदाई कराई गई है। इसके बाद टीम ने गांव में ही करीब 7.75 बीघा तालाब की भूमि को पाटकर बनाए गए पक्के मकान को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान मकान स्वामी ने इसका विरोध किया, लेकिन प्रशासन के आगे उनकी एक न चल सकी।
तहसीलदार यूसुफ अली ने बताया कि यूपी के खनन माफिया कोसी नदी का सीना चीकर चोरी छिपे भाग निकलते हैं। जिन्हें रोकने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को कोसी नदी में रेलवे लाइन के पिलर के पास गार्डर डालकर यूपी की ओर भागने वाले रास्ते को बंद करा दिया गया है।