कानपुर (महानाद) : रक्षाबंधन के दिन अपनी बहन के शरीर पर पिटाई के कारण बने नीले निशान देखकर भाई गुस्से में आ गया और उसने अपने जीजा की हत्या कर दी।
बता दें कि वर्ष 2008 में बिधनू के गंगापुर कॉलोनी निवासी कार ड्राइवर भानु बाजपेई उर्फ अनुज (42 साल) की शादी इसी क्षेत्र के पी-ब्लॉक निवासी रिटायर्ड बीएसएनएल कर्मी रामबाबू मिश्रा की बेटी संध्या से हुई थी। संध्या और भानु के ऐ बेटा अनिकेत और एक बेटी महक हैं। संध्या के पिता रामबाबू ने बताया कि शादी के दो साल बाद ही ससुरालियों ने संध्या को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। इससे तंग आकर संध्या ने अपने पति और ससुरालियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी। लेकिन बाद में दोनों पक्षों के लोगों ने बैठकर समझौता करा दिया था।
कल, 22 अगस्त को संध्या अपने भाई को राखी बांधने मायके आई हुई थी। संध्या के शरीर पर चोट के निशान थे। राखी बांधने के दौरान संध्या के भाई वीरू ने संध्या से पूछताछ की तो वह रोने लगी। उसने बताया कि उसका पति भानु बोली रोज शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता है। जिस कारण संध्या का सारा शरीर पिटाई से काला पड़ गया है। आरापे है कि बहन की व्यथा सुनकर वीरू गुस्से में आ गया और जब उसका जीजा शाम को अपनी पत्नी संध्या को लेने आया तो वीरू ने गैंती से सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर उसे मार डाला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले में जानकारी देते हुए सीओ सदर पवन कुमार गौतम ने बताया कि हत्यारोपी वीरू को मौके से गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल गैती बरामद कर ली गई है। वीरू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी गई है।
उधर, वीरू ने कहा कि मुझे अपने जीजा की हत्या का कोई पछतावा नहीं है। उसने सहनशीलता की सभी हदें पार कर दी। गलती होने के बाद भी वह लगातार मुझसे झगड़ा कर रहा था। इसी वजह से गुस्से में आकर मैंने उसकी हत्या कर दी।