जसपुर में राशन डीलरों ने क्यों बांटा खराब माल, जांच कर होगी कार्यवाही : डीएम

0
63

पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : उपभोक्ताओं को एक्सपायरी डेट का चना और दाल बांटने की शिकायत पर एसडीएम के निर्देश पर टीम ने दर्जन भर राशन डीलरों की दुकानों पर छापेमारी की। ये सभी डीलर बीते 2 माह में 22 कुंटल चना और दाल बांट चुके हैं। हालांकि, छापे के दौरान टीम को राशन डीलरों की दुकानों से कोई भी एक्सपायरी डेट का पैकेट नहीं मिला है। एसडीएम सुंदर सिंह ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है।

उधर राशन डीलरों द्वारा एक्सपायरी डेट का चना और दाल बांटने की शिकायत पर जसपुर विधायक आदेश चैहान एक्सपायरी डेट की चना और दाल की थैलियां लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर के नाम एक शिकायती पत्र एसडीएम को देकर कार्यवाही की मांग की। विधायक ने कहा कि कोरोना काल में एक्सपायरी डेट का खराब माल देकर लोगों की सेहत के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। विधायक आदेश चैहान ने काशीपुर एसडीएम से भी इस बारे में मुलाकात की। जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने तलब करते हुए प्रश्न चिन्ह लगाया कि जसपुर में राशन डीलरों द्वारा एक्सपायरी डेट का चना और दाल क्यों बांटा गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक्सपायरी डेट के खराब राशन वितरण मामले में पूरी जानकारी लेकर रिपोर्ट बनाकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

Advertisement

यहां बता दें कि बीते एक माह पूर्व कुछ राशन डीलरों ने रुका हुआ एक्सपायरी डेट का खराब घुना हुआ चना एवं दाल उपभोक्ताओं को वितरित कर दिया था। जिसको लेकर खाद्य आपूर्ति अधिकारी से भी संपर्क साधा गया था। खाद्य आपूर्ति अधिकारी बीपी त्रिवेदी ने बताया कि विभागीय गलती से राशन डीलरों को एक्सपायरी डेट का खाद्यान्न वितरित हो गया था। जिस की वापसी को राशन डीलरों से कहा गया है। जबकि सत्यता कुछ और ही है। खराब माल लेकर उपभोक्ता जब राशन डीलर के यहां पहुंचे तो उन्होंने एक्सपायरी डेट का खराब माल वापस लेने से साफ इनकार कर दिया।

यहां मुख्य बाजार, सब्जी मंडी चैक स्थित एक राशन विक्रेता की मनमानी की शिकायत सबसे ज्यादा सामने आई है। राशन विक्रेता का दो टूक कहना था कि जहां चाहे जाकर शिकायत कर दो। जब खराब राशन मिला है, तो खराब ही बांटा जाएगा। उपभोक्ताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ राशन डीलर पुराना रखा हुआ माल दे रहे हैं। जिन्हें वर्ष 2020 के कोरोना काल में जब एक -एक माह में दो-दो या तीन-तीन बार राशन मिला। परंतु उन्होंने एक ही बार उपभोक्ताओं को राशन देकर उनके कार्ड पर चढ़ा दिया। बहरहाल दर्जनभर राशन डीलरों की गर्दन पर डीएम की जांच की तलवार लटकी है। दोषी पाए जाने पर निलंबन जैसी कड़ी कार्रवाई से भी इंकार नहीं किया जा सकता। आखिर गरीब उपभोक्ताओं के परिवार की जिंदगी दांव पर लगी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here