महानाद डेस्क : बिहार भाजपा के दिग्गज नेता एवं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे और कैंसर की बिमारी से जूझ रहे थे।
आपको बता दें कि सुशील मोदी को विगत 6 महीने से कैंसर था। विगत 3 अप्रैल को उन्होंने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के माध्यम से दी थी। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सुशील मोदी के निधन की सूचना ‘एक्स’ पर दी है।
आपको बता दें कि सुशील कुमार मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। उन्होंने पटना साइंस कॉलेज से बॉटनी से ग्रेजुएशन किया था। उनके पिता का नाम मोती लाल मोदी तथा माता का नाम रत्ना देवी है। उनकी पत्नी जेस्सी ईसाई हैं और प्रोफेसर हैं। उनके दो बेटे उत्कर्ष तथागत और अक्षय अमृतांक्षु हैं। सुशील मोदी पहली बार 1990 में बिहार विधानसभा के लिए विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे लगातार 1995 और 2000 में भी विधायक चुने गए।
सुशील मोदी का 30 साल लंबा राजनीतिक करियर रहा है। वे विधायक, एमएलसी, लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद भी रहे। बिहार सरकार में वित्त मंत्री और 2 बार (2005-2013 तक और 2017-2020 तक) बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे।
बता दें कि सुशील मोदी छात्र राजनीति से मुख्य धारा की राजनीति में आए थे। पटना विश्वविद्यालय उनकी छात्र राजनीति की भूमि बना। 1973 में वह छात्र संघ के महासचिव चुने गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशील मोदी के निधन पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा, पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!