आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : बीएसएफ जवान के आकस्मिक निधन के बाद आज सैन्य सम्मान के साथ अश्रुपूर्ण नेत्रों से अंतिम विदाई दी गयी। इस मौके पर सेक्टर-1, आरकेपुरम, दिल्ली से आई बीएसएफ की 9 सदस्यीय गारद टीम के द्वारा तीन राउंड फायरिंग कर मृतक को गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। इसके बाद बीएसएफ जवान का शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
आपको बता दें कि मूल रूप से बिहार के सीवान जिले के थाना नौतन बाजार के ग्राम तिलमापुर निवासी रामायण सिंह के 6 पुत्र पुत्रियों में मृतक रंजीत सिंह तीसरे नम्बर के थे और 1995 में बीएसएफ की 25 बटालियन में हजारीबाग में भर्ती हुए थे। मृतक रंजीत सिंह की शादी ऋतु सिंह के साथ हुई थी। वह फिलहाल पुराना फरीदाबाद में अपनी पत्नी और एक बेटी और बेटे के साथ रह रहे थे। रंजीत सिंह बीएसएफ की 25 बटालियन में पिछले साढ़े तीन साल से हेड कांस्टेबल के पद पर दिल्ली के सेक्टर-1, आरकेपुरम में डीजी के वाहन चालक थे।
मृतक के शव के साथ काशीपुर पहुंचे रंजीत सिंह के सहयोगी एएसआई मिल्लू राम ने बताया कि रंजीत सिंह रोजाना सुबह माॅर्निंग वाॅक के लिए जाते थे। बीते रोज सुबह रंजीत सिंह रेलवे ट्रैक के किनारे घायल अवस्था में पड़े होने की सूचना रेलवे पुलिस को मिली। सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस रंजीत सिंह को फरीदाबाद के बीके हाॅस्पिटल ले गई जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा कर शव आज सुबह सैन्य वाहन से उनके काशीपुर स्थित सुभाष नगर में पैतृक आवास पर लाया गया। जिसके बाद उनके शव को काशीपुर के श्मशान घाट पर लाया गया जहां बीएसएफ की टुकड़ी ने 3 राउंड फायरिंग के साथ पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी।