मांग : चैती मेले में न दी जाये गैर सनातनियों को दुकान

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : श्री चैती मेला सनातन धर्म रक्षा समिति ने मेयर दीपक बाली को मांग पत्र सौंपकर मांग की कि चैती मेले में गैर सनातनियों को दुकानें न दी जायें।

मेयर को सौंपे मांग पत्र में श्री चैती मेला सनातन धर्म रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने कहा कि चैत्र माह में हर वर्ष लगने वाले माँ बाल सुन्दरी देवी जी के चैती मेले का वर्ष 2018 के बाद से ऐतिहासिक, पौराणिक, सांस्कृतिक, अध्यात्मिक सनातनी स्वरूप, महत्व समाप्त होता जा रहा है और केवल मेला केवल व्यवसायिक बनकर रह गया है, जिससे ऐतिहासिक चैती मेले की भव्यता खत्म हो गयी है।

उन्होंने कहा कि मेले में जहां 10 बाई 10 की दुकान 5000 रुपये तक की मिल जाती थी वो अब एक लाख रुपये की मिल रही है, जिस कारण गरीब मध्यम वर्गीय पुराने दुकानदार लोगों ने नुकसान के चलते मेला करना छोड़ दिया है। इसलिये मेले की व्यवस्था एसडीएम काशीपुर से लेकर नगर निगम काशीपुर को दी जाये ताकि 10 बाई 10 की दुकानें 5000 रुपये तक की रखी जायें व ऐतिहासिक सनातनी हिन्दुओं के मेले चैती मेले की पौराणिक सांस्कृतिक सनातनी स्वरूप को सुरक्षित रखा जा सक।

उन्होंने कहा कि मेले को भव्य व दिव्य बनाने हेतु निम्नलिखित व्यवस्था बनायी जायें –

1. मां बालसुन्दरी के चैती मेले आने वाले डोले के ऊबड़ खाबड़ रास्ते को समय से पहले बढ़िया से बनाया जाये व पूरे रास्ते में लाइटिंग की व्यवस्था, साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

2. मेले में आने वाली सनातनी बहन बेटियों के लिये महिला शौचालय, महिला स्नान घर की समुचित व्यवस्था, बहन बेटियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये व पुरुष शौचालय भी बनाये जायें ताकि मेले में जगह-जगह गंदगी से मेला दूषित ना होने पाये।

3. विगत वर्षों में गैर सनातनियों द्वारा मेले में थूक जिहाद, लव जिहाद, अण्डे मांस मदिरा की बिक्री की घटनायें प्रकाश में आयी थीं। यह चैती मेला हिन्दुओं का धार्मिक मेला है, हिन्दुओं की धार्मिक भावनायें आहत ना होने पायें को, ध्यान में रखते हुये मेले में फल फूल, प्रसाद व खाने पीने की दुकानें गैर सनातनी हिन्दुओं को ना दी जायें। हर दुकानदार अपना व अपने कारीगरों व वर्करों का बड़े-बड़े अक्षरों में फ्लैक्सी में अपना असली नाम लिखकर दुकान के बाहर लगाना व अपने अपने आधार कार्ड अपने जेब पर लगाना सुनिश्चित किया जाये ताकि कोई गैर सनातनी हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ ना कर सके। चैती मेला क्षेत्र में मांस मदिरा प्याज लहसुन नशीली वस्तुओं को पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित किया जाये।

4. चैती मेला स्थित मंदिरों के चारों तरफ 200 मीटर के दायरे में गैर सनातनियों को दुकानें न दी जायें। ताकि मंदिरों की पवित्रता बनी रहे।

5. काशीपुर चैती मेला चैत्र माह के नवरात्रों में होता है। पूरे नवरात्रों के दौरान कुछ धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायें जैसे – पूरे नौ दिन अखंड हवन, सत्संग आदि कार्यक्रम किये जायें जिससे सनातन धर्म का प्रचार प्रसार हो सनातनी पुण्य लाभ लेकर बाकी मेले में लगने वाले लाउडस्पीकर पर सनातनी भजन कीर्तन माता के जयकारे आदि की व्यवस्था की जाये।

मांग पत्र देने वालों में केवल कृष्ण छाबड़ा, युगल किशोर सिंधल, संजय गुप्ता, सुदर्शन कुमार, डॉ. अशोक कुमार, सचिन चौहान एडवोकट, वीरेन्द्र शर्मा, ईश्वर गुप्ता, राजीव अरोरा बच्चू, अमित मित्तल, बलबीर सिंह, श्याम सिंह आदि शामिल थे।

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