मुरादाबाद : प्रधानाचार्य के तबादले के विरोध में सड़क पर उतरे छात्र

0
651

मुरादाबाद (महानाद) : राजकीय इंटर कॉलेज रतनपुर कलां की प्रभारी प्रधानाचार्य के तबादले के विरोध में स्कूल के छात्र सड़कों पर उतर पड़े। छात्रों ने तबादले के विरोध में रैली निकाली। जिससे पाकबड़ा-डींगरपुर मार्ग पर जाम लग गया। छात्रों का कहना था कि हम अपनी बबीता मैडम को जाने नहीं देंगे। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बामुश्किल बच्चों को समझाया। जिसके बाद बच्चे शांत हुए और जाम खोल दिया और पुलिस ने वाहनों का आवागमन सुचारु करवाया।

बता दें कि पाकबड़ा थाना क्षेत्र के रतनपुर कलां गांव में 10 अगस्त 2021 को राजकीय इंटर कॉलेज में सम्भल के हुसैनपुर चिरावली से बबीता मेहरोत्रा को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाकर भेजा गया था। अब उनका ट्रांसफर दोबारा से हुसैनपुर चिरावली कर दिया गया। मंगलवार को बबीता मेहरोत्रा वापस हुसैनपुर चिरावली जा रही थीं। जैसे ही कॉलेज के छात्रों को इस बात की खबर लगी तो सैकड़ों की संख्या में छात्र/छात्रायें हाथों में बैनर लेकर पाकबड़ा-डींगरपुर मार्ग पर पहुंच गये और रतनपुर चौराहे पर जाम लगा दिया। स्कूली बच्चों को जाम लगाता देख आस-पास लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। बैनर पर लिखा हुआ था ‘राजकीय इंटर कॉलेज की असली पहचान बबीता मेहरोत्रा हैं, बबीता मैडम का तबादला निरस्त करो।’ बबीता मेहरोत्रा  का ट्रांसफर होने पर बच्चे रो रहे थे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों से उनकी परेशानी पूछी। बच्चों ने बताया कि बबीता मैडम बहुत अच्छी है। पढ़ाती भी बहुत अच्छा हैं। उनकी मेहनत से हमारे स्कूल को सफलता मिली है। उनका तबादला कर दिया गया है। हम मैडम को जाने नहीं देंगे।

Advertisement

जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बच्चों को समझा बुझाकर शांत किया और वापस उन्हें स्कूल ले गए। इस बीच छात्रों ने सड़क से स्कूल तक खूब जमकर नारेबाजी की। जब मैडम ऑफिस से निकलकर ऑटो में बैठने के लिए निकलीं तो बच्चों ने उन्हें घेर लिया। बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे। बमुश्किल बच्चों को शान्त कराकर मैडम बबीता की विदाई की गई।

बता दें कि राजकीय इंटर कॉलेज रतनपुर में लगभग 500 छात्र/छात्रायें हैं। लेकिन स्टाफ महज चार लोगों का है। छात्रों ने बताया कि अभी कुछ समय पहले अंग्रेजी पढ़ाने वाली मैडम का तबादला कर दिया गया था। तब से हमें अंग्रेजी नहीं पढ़ाई जा रही है। बबीता मैडम साइंस की टीचर हैं। वे बहुत ही अच्छा पढ़ाती हैं। उनको भी यहां से भेजा जा रहा है। ये तो बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है।