कुंडा का कांड : ठाकुरद्वारा कोतवाल ने दर्ज किया जफर सहित 35 लोगों के खिलाफ 19 धाराओं में मुकदमा

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नरेश खुराना
ठाकुरद्वारा (महानाद): कुंडा के भरतपुर में ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर के यहां हुई यूपी पुलिस की छापेमारी मामले में ठाकुरद्वारा पुलिस ने कोतवाल योगेंद्र कुमार सिंह की तहरीर के आधार पर 50 हजार के इनामी जफर सहित 30-35 लोगों के खिलाफ 19 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

ठाकुरद्वारा कोतवाली में दर्ज मुकदमे के तहत कोतवाल योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि खनन के मुकदमें में वांछित जफर सफेद रंग की क्रेटा कार से सुरजननगर की ओर से आ रहा है और वह जसपुर, उत्तराखंड भागने की फिराक में है। जिस पर कोतवाल ठाकुरद्वारा योगेंद्र कुमार सिंह ने एसओजी से संपर्क स्थापित कर तुरंत कमालपुरी चौराहे पर आने को कहा। तत्काल ही एसओजी प्रभारी रविन्द्र सिंह मय टीम के कमालपुरी तिराहे पर पहुंच गये और सुरजननगर रोड पर जसपुर मोड पर अपने वाहन आड़ में खड़े कर वाहन चेकिंग करने लगे।

तभी शाम के लगभग 5.45 बजे सुरजननगर की ओर से एक सफेद रंग की क्रेटा कार आती दिखाई दी। गाड़ी करीब आने पर मुखबिर ने इशारा कर बताया कि इसी कार में इनामिया जफर सवार है। जसपुर मोड पर गाड़ी की गति धीमी होने पर पुलिस ने उक्त कार को रुकने का इशारा किया तो कार सवार जफर के बराबर वाली सीट पर बैठे हुए एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि यह तो पुलिस है, तो इतना सुनते ही अपने को पुलिस से घिरता देख जफर ने गाड़ी की खिडकी से हाथ बाहर निकालकर पुलिस वालों पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी, जिससे एसओजी कां. दीपक के बाजु पर गोली लग गई जिसे इलाज के लिए भेजकर वे जफर की कार का पीछा करने लगे।

जफर की कार लगभग 6.16 बजे एक गाँव में घुस गई और जफर व उसका साथी गाड़ी से कूदकर भागते हुये एक मकान में घुस गये। पुलिसकर्मी जैसे ही जफर के पीछे उस मकान में घुसे तो वहां घर के अन्दर पहले से मौजूद जफर व उसके साथियों द्वारा सुनियोजित ढंग से गेट बन्द कर ईंट, पत्थर व धारदार हथियारों से पुलिस बल पर हमला बोल दिया और पुलिस वालों को घायल कर एसओजी टीम की 03 सरकारी पिस्टलों को लूट लिया व उसके बाद उन असलहों तथा अपने प्राईवेट असलाहों से पुलिस वालों पर जान से मारने की नीयत से फायर किये जिसमें एसओजी टीम के कां. शिव कुमार उर्फ सोनू के पैर मे गोली लगी तथा सिर पर भी धारदार हथियार से वार कर घायल कर दिया तथा दूसरे साथी एसओजी के कां. राहुल को भी गोली मारी जो राहुल के पैर में लगी। उनमें से कुछ गोलिया हम पुलिस वालो के लगी तथा कुछ हम पुलिस वालो को छूती हुयी निकल गयी। इसके बाद उन लोगों ने पुलिसकर्मियों को बन्धक बना लिया और जफर व उसके लगभग 30-35 अज्ञात साथियों ने उनकी सरकारी गाड़ी में तोड़ फोड़ करते हुए आग लगा दी। तभी कुंडा थाना पुलिस मौके पर आई और उन लोगों को जफर व उसके साथियों से मुक्त कराया। स्थानीय पुलिस द्वारा मुक्त कराये जाने के बाद आसपास के लोगों ने पूछने पर बताया कि यह घर भुल्लर पुत्र नामालूम निवासी ग्राम भरतपुर थाना कुण्डा जनपद उधमसिंह नगर उत्तराखण्ड का है।

पुलिस ने उक्त जफर व उसके 30-35 अज्ञात साथियों के विरुद्ध धारा 147, 148, 149, 186, 212, 224, 225, 307, 395, 397, 332, 333, 339, 340, 342, 353, 120बी, 25 1 बी, ए, 7 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।

वहीं, यूपी पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाते हुए डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने कहा है कि यूपी पुलिस ने बिना उत्तराखंड पुलिस को जानकारी दिये उक्त नाजायज कार्रवाई की है जिसमें एक महिला की जान चली गई है। वहीं यहां के अस्पताल में भर्ती कराये गये घायल पुलिसकर्मियों को भी वे बिना उत्तराखंड पुलिस को जानकारी दिये अपने साथ सूर्या बैरियर तोड़कर ले गये हैं। पुलिस ने कुंडा थाने में 10-12 अज्ञात यूपी पुलिस के कर्मियों के खिलाफ धारा 307 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा।

वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फोरेंसिंक विभाग की टीम ने क्रॉस फायरिंग के सबूत मिलने से इंकार किया है।