विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : मुख्य शिक्षा अधिकारी उधम सिंहि नगर ने पं. गोविन्द बल्लभ पन्त इण्टर कॉलेज के नवनियुक्त प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार को सस्पेंड कर दिया है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी निलंबन पत्र में कहा गया है कि पं. गोविन्द बल्लभ पन्त इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने मुख्य शिक्षा अधिकारी, ऊधम सिंह नगर द्वारा जारी आदेश के अनुसार रा.इ.का. जोशी मझरा, काशीपुर में परिषदीय परीक्षा 2023 में कस्टोडियन का कार्यभार ग्रहण नहीं किया जोकिउत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा अधिनियम 2006 एवं प्रख्यापित विनियम 2009 के भाग-2 अध्याय 01 प्रशासन की योजना की धारा 06 के अन्तर्गत समस्त अध्यापकों को परिषदीय परीक्षाओं के अन्तरीक्षण, मूल्यांकन, सारणीयन आदि कार्याे के सम्बन्ध में परिषद के नियमों के उल्लघंन है इसलिए उन्हें उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा अधिनियम 2006 एवं प्रख्यापित विनियम 2009 के अध्याय 03 की उप धारा 26 (3) के अन्तर्गत तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया जाता है।
वहीं पं. गोविन्द बल्लभ पन्त इण्टर कॉलेज की प्रबंध समिति ने बताया कि प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने शिक्षा विभाग को अपनी बीमारी एवं पं. गो.ब.पं. इंटर कॉलेज में परीक्षाओं का हवाला देकर कस्टोडियन की जिम्मेदारी से मुकत करने के लिए लिखा था। जिस पर विभाग द्वारा अन्य व्यक्ति को उक्त जिम्मेदारी दे दी गई थी। लेकिन उक्त के बाद अचानक से उन्हें आदेशों अनुपालन न करने का हवाला देकर संस्पेंड कर दिया गया जोकि सर्वथा अनुचित है।
मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा पं. गो.ब.पं. इंटर कॉलेज के चुनाव न होने का हवाला देकर खंड शिक्षा अधिकारी काशीपुर को विद्यालय का प्रशासक नियुक्त किया गया था। जिन्होंने समिति द्वारा सस्पेंड किये गये पूर्व प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक को बहाल करने का आदेश जारी कर वर्तमान प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार उनके पूर्व पद पर कार्य करने के निर्देश दिये थे। लेकिन न तो खुद प्रशासक ने अभी तक पदभार ग्रहण किया है और न ही पूर्व प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक विद्यालय में अपना पद ग्रहण कर पाये हैं।
ऐसे में देखना है कि शिक्षा विभाग और पं. गो.ब.पं. इंटर कॉलेज शिक्षा समिति के बीच का द्वंद और क्या गुल खिलाता है।