हरिद्वार। शनिवार को हुनमान जन्मोत्सव के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा हुए पथराव और आगजनी की घटना को लेकर संतों ने पुलिस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने सवाल उठाते हुए बोला कि पुलिस ने बुलडोजर की नुमाइश तो कर दी लेकिन कार्रवाई नहीं की। उन्होंने चेतावनी देते हुए बोला कि दो दिन के अंदर पुलिस का बुलडोजर आरोपियों के घर पर नहीं चला तो वे धर्म संसद करेंगे।
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने कहा कि रविवार को वे डाडा जलालपुर गांव में घायलों का हालचाल पूछने जा रहा था लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद उन्होंने प्रेसवार्ता कर हरिद्वार पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा पर हुई पथरबाजी पर पुलिस आरोपियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस की तर्ज पर कार्रवाई करें। उन्होंने चेतावनी दी की पुलिस ने दो दिन के भीतर आरोपियों के घरों पर बुलडोजर नहीं चलाया तो सभी संत डाड जलालपुर में धर्म संसद करेंगे। इस मौके पर उन्होंने पुलिस पर भी कार्रवाई करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में पूरे भगवानपुर थाने की पुलिस को सस्पेंड कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवानपुर पुलिस की संज्ञान में ये मामला पहले से था लेकिन वहां पर सिर्फ दो होमगार्ड लगा रख थे। यही नहीं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने हरीद्वार पुलिस पर रोहिंग्याओं और बांगलादेशियों को संरक्षण देने के आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खुफिया विभाग की रिपोर्ट के बावजूद पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।