31 दिसम्बर तक न बना रेल ओवर ब्रिज तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे व्यापारी

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमण्डल के पदाधिकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एमपी चौक के निकट रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य 31 दिसम्बर 2022 तक पूरा न हुआ तो व्यापार मण्डल पदाधिकारी एवं काशीपुर का समस्त व्यापारी समाज अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को बाध्य होगा।

शुक्रवार की सायं प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसमें कुमांऊ प्रभारी अश्वनी छाबड़ा ने कहा कि काशीपुर में एमपी चौक के निकट करीब पांच साल से रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य चल रहा है। इस आरओबी का निर्माण दो वर्ष में पूरा होना तय हुआ था लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि यह पंचवर्षीय योजना में तब्दील हो गया है। पांच वर्षाे में भी निर्माण कार्य पूरा न होने से व्यापारी वर्ग बुरी तरह से आजिज आ गया है। कारोबार चौपट हो गया है।

उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार को अल्टीमेटम देेते हुए दो टूक कहा कि यदि 31 दिसम्बर 2022 तक निर्माण कार्य पूरा न हुआ तो व्यापार मण्डल एवं समस्त व्यापारी समाज अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन करेगा और इस दौरान किसी भी राजनैतिक दल के प्रतिनिधि को धरना स्थल पर आने नहीं दिया जायेगा।

उधर, प्रदेश मीडिया प्रभारी दिलप्रीत सिंह सेठी ने शहर में बड़ी तादाद मेें संचालित ई-रिक्शाओं से होने वाली दिक्कत पर चर्चा करते हुए कहा कि इनसे व्यापारियों का व्यापार खासा प्रभावित हो रहा है। सेठी ने कहा कि काशीपुर क्षेत्र में लगभग हर ओर चल रही ई-रिक्शा भारी जाम का सबब बन रहीं हैं। ई-रिक्शा चालक किसी भी दुकान अथवा मकान के आगे अपना ई-रिक्शा यह समझकर खड़ा कर देते हैं जैसे कि वहां रिक्शा स्टैण्ड हो। ई-रिक्शा संचालन का कोई मापदण्ड नहीं है। उन्होंने इसके स्थायी समाधान की मांग उठाई। सेठी ने कहा कि बाहरी क्षेत्रों से आकर यहां रिक्शा चलाने वाले लोग अपराध का पर्याय बने हैं। कई बार यात्रियों का सामान लेकर चम्पत हो जाने, लूटने व चौन स्नेचिंग की घटनाएं किसी से छिपी नहीं है। शहर में पार्किंग व्यवस्था न होने पर भी सेठी खफा नजर आये।

इस दौरान महानगर अध्यक्ष प्रभात साहनी ने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग से व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग का चलन किस तरह खत्म अथवा कम हो इसके लिए आमजन को जागरूक करने हेतु अभियान चलाने पर जोर दिया और कहा कि इस पर चर्चा होना आवश्यक है।

वार्ता के दौरान पंकज टण्डन, अशोक छाबड़ा, अमन बाली, रोहित चावला, जगमोहन सिंह बंटी आदि मौजूद थे।