Uttarakhand News: बाबा केदार के भक्तों के लिए जरूरी खबर है। उत्तराखंड में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के उच्च हिमायली क्षेत्र में पड़ने वाले द्वितीय केदार मध्यमेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ समेत अन्य मंदिर व बुग्यालों (मखमली घास के मैदान) में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग गया है। अब तीर्थयात्री और पर्यटक प्लास्टिक का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। इसके लिए चैकिंग और जुर्माने का नियम बनाया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अब मध्यमेश्वर, तुंगनाथ, चोपता, चंद्रशिला व देवरियाताल जाने वाला कोई भी पर्यटक व तीर्थ यात्री अपने साथ प्लास्टिक कैरी बैग, बोतल, प्लास्टिक की पैकिंग में पेयजल व खाद्य पदार्थ नहीं ले जा सकता है। यहां तक की चाकलेट व टॉफी के रैपर भी उन्हें साथ में वापस लाने होंगे।सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करने पर सौ से 500 रुपये तक के अर्थदंड का प्राविधान किया गया है। बताया जा रहा है कि अगर इस क्षेत्र में कोई व्यापारी अपने प्रतिष्ठान के पास गंदगी करता है तो उस पर पांच हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चोपता, दुगलबिट्टा, द्वितीय केदार मध्यमेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ व बुग्याली क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष तीन लाख से अधिक पर्यटक व तीर्थ यात्री पहुंचते हैं और बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक यहीं छोड़ जाते हैं। जबकि, यह पूरा क्षेत्र प्रतिबंधित वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसी को देखते हुए अब वन विभाग ने यह कदम उठाया है। ताकि प्रकृति की सुरक्षा की जा सके।