देहरादून (महानाद) : अब उत्तराखंड पुलिस के जवानों को घातन इंसास रायफल मिलने जा रही है। उत्तराखंड पुलिस को ये 8000 रायफलें सीआरपीएफ से मिलेंगी। यह प्रक्रिया अगले एक से डेढ़ माह में पूरी हो जाएगी। इन रायफलों को ग्रामीण इलाकों में तैनात पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा। वहीं, शहरी क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों को पिस्टल देने की योजना है।
बता दें कि पिछले साल डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने पुलिस महकमे को मॉडर्न बनाने के लिए पुराने हथियारों को हटाए जाने की बात कही थी। इसके लिए अंग्रेजों के जमाने की पुरानी 303 (थ्री नॉट थ्री) रायफलों को हटाकर इंसास (इंडियन स्मॉल ऑर्म्स सिस्टम) असॉल्ट रायफल तथा एसएलआर (सेल्फ लोडिंग रायफल) दी जानी हैं, लेकिन ये रायफलें नई नहीं ली जा रही हैं। बल्कि इन इंसास रायफलों को सीआरपीएफ से लिया जा रहा है। दरअसल सीआरपीएफ इंसास रायफलों को हटाकर अन्य असॉल्ट रायफलों को अपनाने जा रही है। जिस कारण सीआरपीएफ रिटायर की जाने वाली लगभग 8000 इंसास राइफलोंको उत्तराखंड पुलिस को दिया जायेगा। इनके अलॉटमेंट और खरीद की प्रक्रिया एक से डेढ़ महीने में पूरी हो जाएगी।
उत्तराखंड पुलिस के अधिकारियों के अनुसार इंसास रायफल उत्तराखंड पुलिस के लिए उपयुक्त हथियार है। इसे ग्रामीण इलाकों में तैनात पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा। यह रायफल एक मिनट में 600 से 650 गोलियां दाग सकता है। इसकी रेंज 400 से 600 मीटर तक है। डीजीपी अशोक कुमार ने भी एसएलआर और इंसास राइफल को ही उत्तराखंड पुलिस के लिए तरजीह दी थी। इसके अलावा जल्दी ही शहरी क्षेत्र के पुलिसकर्मियों के लिए पिस्टलों की खरीद भी की जायेगी। इंसास रायफलों के मिलने के बाद लगभग 10000 थ्री नॉट थ्री रायफलों को रिटायर कर दिया जायेगा।