उत्तराखंड के होनहार अपनी प्रतिभा से प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। इसी कड़ी में गोल्डन ब्वॉय शटलर लक्ष्य सेन (Badminton player Lakshya Sen) का नाम भी जुड़ गया है। लक्ष्य को प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। लेकिन उनके इस मुकाम तक पहुंचने की कामयाबी दिलचस्प है। वो कहते है न- ‘ऊंचे ख्वाबों के लिए दिल की गहराई से काम करना पड़ता है, यूं ही नहीं मिलती कामयाबी किसी को, मेहनत की आग में दिन-रात जलना पड़ता है…।’
जी हां मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले लक्ष्य सेन को देश के सर्वोच्च पदों में से एक अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित किया जाएगा। उनको ये अवार्ड उनकी लगन और देश का नाम रोशन कर गोल्ड मेडल जीतने के लिए दिया जाएगा। बता दें कि हाल ही में हुए कॉमनवेल्थ खेल 2022 में बैडमिंटन के पुरुष एकल फाइनल मुकाबले में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। लक्ष्य पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) में खेल थे और पहली ही बार में उन्होंने सीधा सोने पर निशाना साधा था।
बता दें कि लक्ष्य बचपन में पिता व कोच डीके सेन चार बजे स्टेडियम निकल जाते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। ऐसे में तीन साल की उम्र में पिता ने लक्ष्य को एकेडमी ले जाना शुरू किया। वहां एक बार जो लक्ष्य ने रैकेट पकड़ा, इसके बाद बचपन के खेलकूद सब भूल गया। लक्ष्य सेन अब तक अपनी मेहनत और लगन से स्पेन में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। तो वहीं, जर्मन ओपन में सिल्वर मेडल, आल इंग्लैंड टूर्नामेंट में सिल्वर, दिल्ली में हुए इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल और थॉमस कप में टीम को गोल्ड मेडल मिला था।
बता दें कि अर्जुन अवॉर्ड की जानकारी लक्ष्य ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर साझा की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में से एक के रूप में घोषित किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह ऐसा संयोग है कि इन पुरस्कारों की घोषणा 14 नवंबर को की जाती है, ठीक उसी दिन जब मेरे प्यारे दादा स्वर्गीय श्री सी.एल. सेन 2013 में हमें छोड़कर चले गए थे। दादाजी, यह आपके लिए है ‘