कानपुर (महानाद) : कानपुर के नवनियुक्त डीएम ने 8 महीने से लटके हुए काम को महज 8 मिनट में करवार कर लोगों की वाहावाही लूट ली।
दरअसल, श्याम नगर निवासी रीमा छाबड़ा अपनी सास रीता छाबड़ा के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पिछले आठ महीने से कलक्ट्रेट और नगर निगम के चक्कर काट रही थीं। शुक्रवार को एक बार फिर से वे कलक्ट्रेट पहुंचीं और नवनियुक्त डीएम विशाख जी अय्यर को अपनी समस्या बताई।
डीएम अय्यर ने आवेदन पत्र देखा तो पता चला कि महिला ने 21 जनवरी 2021 को आवेदन किया था। 8 महीने बीत जाने के बावजूद प्रमाण पत्र न मिलने पर डीएम आसपास बैठे अधिकारियों की ओर हैरानी भरी नजर से देखा। उन्होंने रीमा छाबड़ा से कहा कि वे बाहर बैठकर इंतजार करें, प्रमाण पत्र की प्रक्रिया आज ही पूरी होगी। इसके बाद उन्होंने कर्मचारी को बुलाकर निर्देश दिया कि प्रमाण पत्र बनने में आ रही बाधा आज ही दूर होनी है। बिना काम हुए महिला अपने घर नहीं जाएगी।
इसके बाद तो कर्मचारियों के मानों पंख लग गये। आनन फानन में पोर्टल पर महिला की सास का डाटा अपलोड कर महिला को बताया कि काम हो गया है और उन्हें सात दिन बाद नगर निगम से प्रमाण पत्र मिल जाएगा।
वहीं, लखनपुर निवासी पुष्पा श्रीवास्तव के पति ने बताया कि पड़ोसी रास्ते को संकरा करके 12 फीड रोड पर निर्माण कर रहा है। वे कई बार इसे रोकने के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। जिस पर डीएम ने डीसीपी से मिलकर समस्या के समाधान का रास्ता सुझाया। डीएम ने फरियादी से कहा कि आठ दिन में यदि काम न हो तो यही चिट्ठी उन्हें फिर से आकर दिखाएं।
उधर, अपनी समस्या लेकर आई एक महिला अपने छोटे बच्चे के साथ आई थी। डीएम अय्यर ने बच्चे से मुस्कुराकर कहा- नमस्कार, आप क्यों आए? पढ़ते हैं या नहीं? फिर महिला से कहा कि बच्चे को ऑफिस के चक्कर न लगवाएं। इसे पढ़ने दें। बच्चे को स्कूल छोड़कर आया करें। यदि न पढ़ रहा तो अभी एडमीशन करवायें।
डीएम विशाख जी अय्यर का जनता दर्शन पहले ही दिन चर्चा का विषय बन गया। चारों और उनकी कार्यशैली की तारीफ होने लगी। दो घंटों में उन्होंने 40 शिकायतें सुनकर उनके तत्काल निस्तारण पर जोर दिया।