गोरखपुर (महानाद) : 13 साल पहले रोजगार की तलाश में हैदराबाद गए एक युवक को उसके परिजनों ने मृत मान कर उसकी पत्नी की शादी उसके छोटे भाई से करा दी। जिससे उनके एक बेटा भी है। जिसके बाद युवक डिप्रेशन में आ गया और सोमवार की शाम को जब वह घर में अेकला था तो छत की कुंडी में साड़ी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
मामले की जानकारी देते हुए पिपराइच पुलिस ने बताया कि बैलों गांव निवासी संत कुमार 13 साल पूर्व रोजगार की तलाश में हैदराबाद गया था। वहां जाने के बाद उसने अपनी पत्नी, दो बच्चों, मां व अपने छोटे भाई रामू की कोई खोज खबर नहीं ली। 13 साल तक उसने किसी से कोई संपर्क स्थापित नहीं किया। जब उसके परिजनों को उसकी कोई खोज खबर नहीं मिली तो 8 साल तक इंतजार करने के बाद उन्होंने संत कुमार को मृत मान लिया और उसकी पत्नी पत्नी ने अपने देवर रामू के साथ रहने लगी। जिससे उसका 3 साल का एक बेटा है।
जून 2021 में उसके परिजनों ने संत की पत्नी की शादी उसके छोटे भाई रामू से करा दी। एक माह बाद ही संत अपने घर पहुंच गया। जब उसे पता चला कि उसकी पत्नी की शादी उसके छोटे भाई से करा दीगई है तो वह डिप्रेशन में आ गया। सोमवार की शाम को लगभग 4 बजे जब उसके घरवाले खेतों में गए हुए थे। संत ने छत की कुंडी में पत्नी की साड़ी को बांधकर फांसी लगा कर जान दे दी। घरे पहुंचने के बाद घरवालों ने जब देखा तो उन्होंने डायल 112 पर फोन कर पुलिस को इसकी जानकारी दी।