आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : एटीएम मशीन में कैश लोडिंग का काम करने वाले 5 लोगों ने कैश लोड न कर 16 लाख रूपये का गबन कर लिया था जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रूपयों की नकदी बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से टूल किट, की-बोर्ड आदि सामान भी बरामद किया है। पुलिस ने सभी 5 आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
बता दें कि विगत 21 फरवरी को हल्द्वानी स्थित सीएमएस कम्पनी के शाखा प्रबंधक ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसकी कम्पनी बैकों से कैश निकाल कर एटीएम में कैश लोडिंग का कार्य करती है। काशीपुर में एटीएम इंडेंट के अनुसार बैंकों से कैश विड्रॉल कर एटीएम में कैश लोडिंग हेतु कस्टोडियन एजेंट के रूप में मौहल्ला थाना साबिक निवासी देवेश यादव पुत्र ओमप्रकाश व मुरादाबाद के बढ़पुरा मंझरा, महेशपुर मानपुर निवासी वैभव भारद्वाज पुत्र चेतन स्वरूप शर्मा कार्य करते हैं। टीम द्वारा किया गया रिकॉन्सिलेशन के अनुसार बीती 27 जनवरी को मशीन में जितना भी कैश था वो सारा का सारा डिस्पेंस हो गया था। जिसके बाद 27 जनवरी को 20 लाख तथा 29 जनवरी को सात लाख की कैश लोडिंग की गई थी। टीम और बैंक स्टेटमेंट के अनुसार 3 फरवरी को 16 लाख की धनराशि डिस्पेंस में दिखाकर रिपोर्ट बंद कर दी जिस कारण 16 लाख की धोधाधड़ी का प्रकरण कुछ समय बाद सामने आया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 406 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने एक सूचना के आधार पर मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल के पास से कार सं. एमपी07/सीजे-1880 में सवार देवेश यादव पुत्र ओमप्रकाश, मध्यप्रदेश के जनपद ग्वालियर थाना हजीरा चौड़े के हनुमान नगर निवासी अभिमन्यु पुत्र बृजेन्द्र सिंह तोमर, उमेश उर्फ गोलू पुत्र किशन सिंह, दिल्ली की राजनगर पार्ट 2 पालम कालोनी निवासी ओमपाल पुत्र डोरी लाल व मेरठ के थाना खरखोदा ग्राम पांची निवासी रवि कमार पुत्र सतपाल सिंह को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 10 लाख की नकदी व रवि कुमार के बैंक खाते से 2 लाख 15 हजार की नकदी सहित दो बैग, दो टूल किट, एक की-बोर्ड, दो एडमिन कार्ड व पास बुक बरामद की है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कस्टोडियन देवश यादव द्वारा एटीएम में कैश लोडिंग करते समय अपने दूसरे साथी को किसी अन्य कार्य में व्यस्त रखकर एटीएम को हाफ लाॅक में छोड़ दिया जाता था जो दिखने में लाॅक लगता था तथा जैसे ही कस्टोडियन टीम एटीएम से चली जाती थी तो देवेश अपने साथियों को एटीएम में बुलाता था। दो लोग एटीएम के बाहर निगरानी करते थे तथा तीन लोग एटीएम के अंदर जाकर लाॅक खोलकर धनराशि निकाल लेते थे। ओमपाल का काम एटीएम को हैक कर निकाली गई धनराशि को कार्ड से घटाकर घटायी हुई राशि को तुरंत करंट बैलेंस करना व उसके बाद सारी डिटेल शून्य करने व हार्ड डिस्क को खराब करने का होता था।
एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि इनके द्वारा पूर्व में ठाकुरद्वारा के शरीफनगर में भी ऐसी ही घटना को अंजाम देते हुए 15 लाख की धनराशि गबन की गई है। पुलिस ने आरोतियो के खिलाफ धारा 406 के अलावा 409 व 120बी धारा को बढ़ाते हुए उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
पुलिस टीम में कोतवाल संजय पाठक, एसएसआई देवेन्द्र गौरव, एसआई रविन्द्र सिंह बिष्ट, कां. सुनील तोमर, कैलाश चन्द्र, दिनेश चन्द्र, कैलाश तोमक्याल व एसओजी के कां. गिरीश काण्डपाल शामिल थे।
मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी उधम सिंह नगर दलीप सिंह कुंवर ने 2500 रूपये का नकद पुरुस्कार दिया है।