गोरखपुर (महानाद) : गोरखपुर पुलिस ने महाराजगंज के दो सर्राफा कारोबारियों से की गई लगभग 35 लाख की नकदी व जेवरात की लूट का खुलासा करते हुए 6 लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। बस्ती जिले में तेनात एक पुलिस का दरोगा इन लुटेरांे का सरदार निकला है। दो पुलिसकर्मी भी उसके साथ इस लूट में शामिल थे।
वता दें कि महराजगंज जिले के निचलौल निवासी सर्राफा कारोबारी दीपक वर्मा और रामू वर्मा बुधवार को गहनों की खरीदारी करने के लिए रोडवेज बस से लखनऊ जा रहे थे। दोनों के पास एक बैग में 19 लाख की नकदी और 16 लाख के पुराने गहने थे। रास्ते में दरोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव, संतोष यादव ने कैंट इलाके में रेलवे स्टेशन से लेकर नौसड़ के बीच में इन व्यापारियों को तस्करी का आरोप लगाते हुए बस से उतार लिया। इसके बाद दोनों को आॅटो में बैठा कर ले गये और नौसढ़ में दोनों व्यापारियों के साथ मारपीट कर इनका बैग लूटकर फरार हो गए। जिसके बाद पीड़ित सर्राफा व्यापारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
डीआईजी/एएसपी जोगिन्दर कुमार ने बताया कि पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से कैंट इलाके के पैडलेगंज से तीनों वर्दीधारी बदमाशों और उनके तीन साथियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि इन लुटेरों का सरदार दरोगा धर्मेंद्र यादव पुरानी बस्ती थाने में तैनात है। उसके साथ ही सिपाही महेंद्र यादव व संतोष यादव की भी तैनाती है। इसके अलावा उनके बोलेरो ड्राइवर देवेंद्र यादव, मुखबिरी करने वाले शैलेश यादव व एक अन्य आरोपी दुर्गेश अग्रहरि को भी पकड़ा गया है।
पुलिस की पूछताछ में 29 दिसंबर को शाहपुर इलाके में स्वर्ण व्यवसाई से लूट की एक अन्य घटना को अंजाम देने की बात भी इस गैंग ने स्वीकार की है। पुलिस ने इनके पास से लूट का सारा माल बरामद कर लिया है। इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो भी बरामद की गई है।
उक्त के खिलाफ शाहपुर और कैंट थाने में आईपीसी की धारा 395, 412 और 420 की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। इनके खिलाफ गैंगस्टर के साथ एनएसए की कार्रवाई करते हुए तीनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जायेगा।